बदायूं में राहुल वार्ष्णेय की पिस्टल का लाइसेंस निरस्त होगा। भूमाफिया की कार्रवाई होने के साथ ही पुलिस ने इसकी रिपोर्ट DM दीपा रंजन को भेज दी है। अब आगे की कार्रवाई DM स्तर से होगी। राहुल वार्ष्णेय आरोप है कि 2018 में वजीरगंज में सरकारी संपत्ति पर कब्जा करके दुकानें बनवा ली थीं।
राहुल वार्ष्णेय खुद को एक सत्ताधारी विधायक का प्रतिनिधि बताता था। पिछले दिनों चार साल बाद प्रशासन अचानक हरकत में आया। राहुल के खिलाफ ताबड़तोड़ मुकदमे दर्ज कराए गए। इन्हीं मुकदमों के आधार पर उसके खिलाफ भूमाफिया की कार्रवाई हुई थी।
पिस्टल भूले बैठे थे अफसर
राहुल के पास लाइसेंसी पिस्टल है। इसकी जानकारी अफसरों को थी लेकिन, थाना स्तर से इसकी रिपोर्ट भेजने में ढिलाई बरती जा रही थी। मामला सामने आया तो रिपोर्ट भेज दी गई है। रिपोर्ट को महकमे के वरिष्ठ अधिकारियों ने DM को भेज दिया है। माना जा रहा है कि अब उसका लाइसेंस निरस्त हो जाएगा।
निर्माण ढहाने पर अफसरों का सरेंडर
निर्माण को अवैध ठहरा दिया गया था। इसे ढहाने की भी पूरी तैयारी थी लेकिन, अचानक पूरा सिस्टम बैकफुट पर आ गया। मामले की जांच कर रहीं ADM प्रशासन ऋतु पुनिया से जांच ले ली गई। वर्तमान में मुकदमे दर्ज होने के बाद भी आरोपी भूमाफिया के पक्ष सुनते हुए डीएम ने ADM वित्त को जांच सौंपी है। लगातार इस मामले में तारीखें बढ़ती जा रही हैं। SP देहात सिद्धार्थ वर्मा ने बताया कि भूमाफिया राहुल वार्ष्णेय की पिस्टल का लाइसेंस निरस्त करने के लिए DM को रिपोर्ट भेज दी गई है।
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