बलिया के बांसडीह तहसील के रेवती सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ठेले पर मरीज को ले जाते हुए वीडियो पर सियासी पारा चढ़ने लगा है। जहां एक ओर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने ट्वीट कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है। साथ ही सीएमओ से मामले की जांच कर स्पष्टीकरण मांगा है। तो वहीं दूसरी तरफ पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने अपने ट्वीट में सरकार को घेरने का काम किया है।
दरअसल कुछ दिनों पहले यहां पर परिजन एक बच्चे को लेकर आए। जिसे सांप ने काट लिया था। लेकिन डॉक्टरों के पास उसे बचाने के लिए वैक्सीन नहीं थी। बच्चे की मौत हो गई। इसके बाद विधायक केतकी सिंह ने इस मामले पर सीएचसी रेवती पहुंच कर विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। जिससे वहां का कामकाज भी काफी प्रभावित हुआ।
3 दिन के भीतर देनी होगी रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने ट्वीट में लिखा कि मुझे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रेवती, बलिया में एंबुलेंस में तेल नहीं होने व इलाज के लिए ठेले पर मरीज को ले जाने संबंधी खबर मिली। मैंने सीएमओ से मामले में स्पष्टीकरण देने तथा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए तीन दिन के अंदर रिपोर्ट उपलब्ध कराए जाने का आदेश दिया है।
स्वास्थ्य मंत्री के निरीक्षण को बताया दिखावटी
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने अपने मरीज को ठेले पर ले जाने का वीडियो ट्वीट किया है। साथी ही भाजपा सरकार को घेरते हुए लिखा कि उप्र में एंबुलेंस न मिलने से मजबूर एक मरीज को हाथ गाड़ी पर ले जाने का दृश्य शायद भाजपा सरकार को दिखाई दे। जनता के दर्द की पुकार सुनना तो उन्होंने पहले से ही बंद कर रखा है। स्वास्थ्य मंत्री अस्पतालों का सिर्फ दिखावटी निरीक्षण न करें। भाजपाई राजनीति का आत्म परीक्षण भी करें।
डेढ़ घंटे तक मरीज को नहीं मिला इलाज
जिले में मई को नगर के वार्ड नंबर 10 निवासी जितेंद्र तुरहा(27) को ठेले पर लेकर उसके परिजन सीएचसी रेवती पहुंचे थे। जहां पर बाहर लोग प्रदर्शन कर रहे थे। डेढ़ घंटे तक मरीज वहां रहा लेकिन किसी डॉक्टर ने उसका इलाज करना मुनासिब नहीं समझा। उसे बलिया रेफर कर दिया गया। घरवालों ने जब बलिया ले जाने के लिए एंबुलेंस को फोन किया तो पता चला कि एंबुलेंस में तेल नहीं है। तो वो लोग मरीज को ठेले पर ही रखकर ले जाने लगे। तो स्थानीय निवासी चंदन सिंह ने ऑटो की व्यवस्था कर मरीज को जिला अस्पताल भेजा।
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