बलिया के लाल का‌ शव पहुंचा गांव:लेह लद्दाख के श्योक में ड्यूटी के दौरान हुए थे शहीद, परिजनों में मचा कोहराम

बलिया4 महीने पहले
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बलिया के गड़वार थाना क्षेत्र अंतर्गत असनवार गांव निवासी सेना के जवान की लेह लद्दाख के श्योक इलाके में पेट्रोलिंग के दौरान हृदय गति रुकने से बुधवार की सुबह मौत हो गई थी। शहीद होने के बाद जवान का शव गांव पहुंचते ही पूरे गांव में मातम पसरा गया। परिजनों में कोहराम मच गया।

लेह लद्दाख क्षेत्र में जवान कर रहा था पेट्रोलिंग
गड़वार थाना क्षेत्र के असनवार गांव निवासी तथा 74 फील्ड रेजिमेंट के नायब सुबेदार 45 वर्षीय बदन यादव बुधवार की मौत सुबह ड्यूटी के दौरान हृदय गति रुकने से शहीद हो गए। जवानों ने इसकी सूचना आला अधिकारियों को दी। जैसे ही ये सूचना परिवार को मिली परिवार के ऊपर दुखों का पहाड़ टूट गया। शहीद जवान का शव सेना की गाड़ी से तिरंगा में लिपटा हूआ जैसे ही गांव पहुंचा।

गांव में पसरा मातम।
गांव में पसरा मातम।

दिया गया गॉर्ड आफ आनर ​​​​​​​
अगल-बगल क्षेत्र के बूढ़े बुजुर्ग, नौजवान का हुजूम उमड़ पड़ा। शव का अंतिम संस्कार एसडीएम रसड़ा सर्वेश यादव की मौजूदगी में शव को लेकर आये जवानों, स्थानीय पुलिस के जवानों ने मेजर पीएस संधु के नेतृत्व में रीथ परेड व गॉर्ड आफ आनर दिया गया। मुखाग्नि शहीद जवान बदन यादव के 12 वर्षीय बेटे निखिल यादव ने दिया।

अतिंम संस्कार में उमड़ी लोगों की भीड़।
अतिंम संस्कार में उमड़ी लोगों की भीड़।

27 अगस्त 1998 में हुए थे भर्ती
नायब सूबेदार बदन यादव 27 अगस्त 1998 को सेना में भर्ती हुए थे। पिछले 6 माह से वे लेह लद्दाख के श्योक में तैनात थे। बदन यादव के भाई भी सेना में तैनात है। पिता भी सेना में कार्यरत रह चुके हैं। उनकी चार पुत्रियां और एक पुत्र हैं। बेटी खुशबू ,प्रिया, शालू ,और पुत्र निखिल के साथ पत्नी मंजू का भी रोते-रोते बुरा हाल है। इस घटना से गांव सहित पूरे क्षेत्र में मातम फैला हुआ है।