बलिया और देवरिया को विभाजित करने वाले घाघरा नदी पर निर्मित तुर्तीपार-भागलपुर सेतु पर 12 जनवरी से 11 फरवरी तक एक महीने के लिए भारी और लोडेड बड़े वाहनों का आवागमन रोक दिया गया है। छोटे और हल्के वाहनों का आवागमन फिलहाल होता रहेगा। हालांकि मरम्मत के बाद एक सप्ताह तक सभी वाहनों के पुल से गुजरने पर रोक होगी।
18 खंभों पर टिका है पुल
पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके पुल में दरार पड़ने से हादसे की आशंका बनी हुई थी। मरम्मत की मांग लोग लंबे समय से कर रहे थे। सेतु निर्माण निगम के परियोजना प्रबंधक एसपी सिंह के अनुसार, इस दौरान 18 खंभों पर टिके इस पुल की मरम्मत का कार्य कराया जाएगा। बताया कि मरम्मत के बाद 12 फरवरी से 19 फरवरी तक एक सप्ताह सेतु पर छोटे-बड़े सभी प्रकार के वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बंद रहेगा।
पुल के जॉइंट ढीले हो गए
पूर्वी उत्तर प्रदेश को नेपाल, बिहार समेत पूर्वोत्तर राज्यों से जोड़ने वाले इस पुल पर यातायात बंद हो जाने से वाहनों को दूसरे मार्गों से होकर गंतव्य की ओर आवागमन करना पड़ेगा। इस दौरान रूट डायवर्जन दोहरीघाट-बड़हलगंज के रास्ते करना पड़ेगा। जॉइंट ढीले हो गए हैं। वहीं पुल के बीच में बड़ी-बड़ी दरार हो गई हैं। सेतु मार्ग भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है।
काफी समय से मरम्मत की मांग कर रहे थे लोग
आलम यह है कि वाहनों के आवागमन के समय पुल पर कंपन होता रहता है, जिससे हमेशा खतरे की संभावना बनी रहती है। ट्रक मालिकों के साथ ही क्षेत्रीय लोग भी इसकी मरम्मत की मांग करते रहे। पुल के जर्जर होने से बलिया के साथ देवरिया के लोगों को परेशानी हो रही थी। अब जबकि मरम्मत का काम शुरू हो गया है। लिहाजा इसके पूरा होने बाद आवागमन में सहूलियत मिलने की आस जगी है।
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