राजकीय गेहूं केंद्रों पर कम खरीद का असर राशन वितरण पर भी अब दिखाई देगा। सरकार ने राशन वितरण से गेहूं को दूर करने का फैसला कर लिया है। जो अगले महीने से दिखने भी लगेगा। अब गेहूं की जगह पांच किलो चावल देने की योजना है। बता दें कि अप्रैल माह से ही राशन के साथ मिलने वाला रिफाइन्ड, चना और नमक का वितरण नहीं किया जा रहा है। लाभार्थियों को केवल गेंहू व चावल से सन्तोष करना पड़ रहा।
खरीद कम होने से बढ़ सकता है इस बार राशन वितरण में गेहूं का संकट
तहसील क्षेत्र में 61 हजार से अधिक कार्डधारक हैं जिनको प्रत्येक महीना राशन दिया जाता है। मौजूदा समय में तेल, नमक व चना बन्द होने से सिर्फ प्रति यूनिट तीन किलो चावल और दो किलो गेहूं दिया जा रहा है। इस बार गेहूं खरीद की स्थिति काफी खराब है। ऐसे में खरीद लक्ष्य पर मंडरा रहे संकट को देखते हुए गेहूं की जगह चावल की मात्रा बढ़ाने की योजना तैयार की गई है। जिसे दबी जुंबा अधिकारी भी स्वीकार कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना से मिलने वाला गेहूं बन्द
बता दें कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना व राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत माह में दो बार कार्ड धारक को राशन दिया है। नई व्यवस्था के लागू होने के बाद प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना से मिलने वाला गेहूं बन्द कर दिया जाएगा। हालांकि राज्य सरकार से गेहूं का वितरण जारी रहेगा।
दो माह से नहीं मिल रहा तेल, नमक और चना
तहसील में करीब 163 सरकारी राशन की दुकान हैं। इन दुकानों को गेहूं व चावल तो मिल गया, लेकिन अप्रैल माह से ही तेल, चना और नमक नहीं मिल रहा। हालांकि विभागीय, संबंधित कंपनी द्वारा सप्लाई न करने की बात बता रहे हैं लेकिन गरीब जनता अपने का ठगा सा महसूस कर रही है।
61897 कार्डधारकों को लगेगा धक्का
तहसील सिकन्दरपुर अंतर्गत आने वाले पंदह व नवानगर ब्लॉक के अलावा नगर पंचायत सिकन्दरपुर में अंत्योदय योजना के कुल 10747 व पात्र गृहस्थी योजना के 51150 कार्डधारक हैं। जबकि लाभार्थियों की कुल संख्या 2 लाख 66 हजार 981है। जिन्हें हर माह करीब 13 हजार 349.05 कुंतल राशन दिया जाता है।
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