बाराबंकी जिले में समाधान दिवस के दौरान खुद को पेट्रोल डालकर आग लगाने वाले कानूनगो के निजी मुंशी ने आज सुबह लखनऊ के सिविल अस्पताल में दम तोड़ दिया। वह पिछले पांच दिन से यहां जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा था। मुंशी ने तहसीलदार पर ऑफिस में बुलाकर गाली गलौज करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था।
मुंशी की पत्नी ने तहसीलदार और घटना के लिए जिम्मेदार अन्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। फिलहाल बाराबंकी के जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने कानूनगो वीरेंद्र सिंह को इस मामले में निलंबित कर किया है और बाकी लोगों के खिलाफ जांच चल रही है।
ये है पूरा मामला
बाराबंकी की तहसील हैदरगढ़ में बीते शनिवार को समाधान दिवस के दौरान कानूनगो के निजी मुंशी सुरजीत सिंह उर्फ लाल डींगा सिंह ने खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली थी। मुंशी का जलते हुए LIVE वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। आग लगाने के दौरान जिले की सीडीओ भी मौजूद थीं। पुलिसकर्मियों ने कंबल डालकर आग बुझाई थी और गंभीर हालत में मुंशी को लखनऊ के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
मुंशी ने आरोप लगाया था कि तहसीलदार शशि कुमार त्रिपाठी ने अपने ऑफिस बुलाकर उन्हें गालियां दीं और जान से मारने की धमकी भी दी। तहसीलदार ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि रामदेव सिंह की तरफ से की गई शिकायत से उससे नाराज थे। पढ़ें पूरी खबर
पत्नी ने ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि पर भी लगाए थे आरोप
मुंशी की पत्नी इंदू सिंह ने तहरीर देकर आरोप लगाया था कि तहसीलदार की डांट से उनके पति इतना आहत हुए थे कि उन्होंने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। उन्होंने तहसीलदार शशि कुमार त्रिपाठी, ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि रामदेव सिंह समेत इस घटना के लिए जिम्मेदार अन्य के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की थी। जिसके बाद जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने उस निजी मुंशी को अपने साथ रखने वाले कानूनगो वीरेंद्र सिंह को निलंबित कर दिया है। जिलाधिकारी के मुताबिक जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे भी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.