प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद बरेली के अफसर सपा नेताओं को रोज नए तरीके से झटके दे रहे हैं। कभी सपा के बडबोले विधायक शहजिल इस्माल के पेट्रोल पंप को धराशाही कर तो कभी उनके करोड़ों की संपत्ति की जांच पर बुलडोजर चलाने की बात कहकर।
एक साथ बिजली का झटका दे दिया।
जिससे जिले भर के सपा नेताओं के सामने अंधेरा छा गया। कारण बरेली सपा कार्यालय का बकाया 1.15 लाख बिजली का बिल था। बुधवार को बिजली विभाग के अफसर पहुंचे और कार्यालय के बिजली का बिल जमा न होने की बात कहते हुए सिविल लाइंस स्थित सपा कार्यालय की बिजली ही काट दी। अफसरों का कहना है कि कई बार कहने के बावजूद कार्यालय के बकाया बिजली का बिल नहीं जमा किया गया था। जिसके कारण बिजली काट दी गई है।
पहले निशाने पर विधायक, अब पूरी पार्टी
समाजवादी पार्टी के विधायक शहजिल इस्लाम के CM योगी के खिलाफ भड़काऊ बयान के बाद शहजिल इस्लाम के साथ साथ समाजवादी पार्टी की भी मुश्किलें बढ़ती जा रही है। बुधवार को बरेली समाजवादी पार्टी कार्यालय की बिजली गुल हो गई हैं।
कार्यालय की बिजली गुल होने के बाद परेशान सपा नेताओं ने जब बिजली नहीं आने की शिकायत विभाग से की तो पता चला कि कार्यालय का बिजली का बकाया 1.15 लाख बिल जमा नही करने की वजह से सपा कार्यालय का बिजली कनेक्शन काट दिया गया है। बिजली विभाग की इस कार्रवाई से पूरे जिले के सपा नेताओं को झटका लग गया।
पांच साल चुप रहे अफसर, योगी पर की टिप्पणी तो जागे अफसर
बरेली के सिविल लाइन्स स्थित समाजवादी पार्टी के कार्यालय की बिजली का कनेक्शन बुधवार को काट दिया गया है। कारण सपा कार्यालय का 5 साल का बिजली बिल बकाया था। सपा कार्यालय पर 115752 रुपये का बिल बकाया था। हाल यह था कि अकसर 10 हजार बिजली का बिल बकाया होने पर बिजली काट ने वाले बिजली विभाग के अफसर भाजपा की 5 साल की सरकार पूरी होने के बाद भी सपा कार्यालय के लाखों के बकाए के बावजूद भी कार्यालय का बिजली कनेक्शन काटने की हिम्मत नहीं कर सके।
जब दोबारा सरकार बनी और विधायक शहजिल इस्लाम ने मुख्यमंत्री पर अभद्र टिप्पणी की तो 5 साल बाद बिजली विभाग ने सपा कार्यालय का बिजली का बिन नहीं जमा होने पर वहां का कनेक्शन काटा। जिससे बिजली विभाग के अफसरों पर भी सवाल उठ रहा है। कि बिजली विभाग 5 साल तक सपा कार्यालय पर रहम दिली दिखाता रहा, जबकि आम आदमी का 2 महीने का बिजली का बिल बकाया होने पर उसके घर का कनेक्शन काट दिया जाता है।
SDO ने दी विभाग की सफाई
इस मामले को लेकर SDO गौरव शर्मा का कहना है कि बिल जमा करने के लिए सपा नेताओं को कई बार फोन कर कहा गया लेकिन बिल जमा नहीं किया गया। जिसके बाद कनेक्शन काट दिया गया।
इस दौरान उन्होंने बताया कि सपा कार्यालय का कनेक्शन वीर पाल सिंह यादव के नाम से चल रहा है। वीरपाल यादव समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष हैं।
सपा जिलाध्यक्ष ने झाड़ा पल्ला
वही इस मामले में समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष शिव चरण कश्यप का कहना है कि उनकी जानकारी में यह मामला नही था। उन्हें बिजली विभाग के अधिकारियों ने कोई जानकारी नहीं दी थी।
उन्होंने बताया कि ये बिजली का बिल करीब 5 साल का है और मैं अभी ढाई महीने पहले ही जिलाध्यक्ष बना हूं। मुझसे पहले भी कई जिलाध्यक्ष रह चुके है। जल्द ही बिल जमा करवा दिया जाएगा। उन्होंने ने साफ कहा कि पहले वाले अध्यक्षों ने क्या किया।
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