बरेली में रामलीला का मंचन:अंगद ने रावण की सभा में जमाया पैर, विभीषण भी श्रीराम की सेना में आ मिले

बरेली9 दिन पहले
हनुमान के साथ राम और लक्षमण।

बरेली के बमनपुरी में चल रहीं ऐतिहासिक 163 वीं रामलीला में मंगलवार रात गुरु व्यास मुनेश्वर जी ने लीला के साथ साथ वर्णन किया। कि जब हनुमान जब लंका जला कर लौट आये और प्रभु श्रीराम जी को माता सीता से भेंट की सूचना दी तो सभी ने सर्वसम्मति से लंका पर आक्रमण की योजना बनाई और सभी समुद्र तट पर पहुंचे।

वानर सेना के समक्ष विशाल समुद्र लहरें मार रहा था और उसे पार करना एक बहुत बड़ी समस्या थी। राम के क्रोध से भयभीत होकर समुद्र ने स्वयं वहां आकर बताया कि सुग्रीव की सेना में नल और नील कुशल शिल्पी हैं। उनके नेतृत्व में समुद्र पर सेतु बांधना सम्भव हो सकेगा।

नल नील के साथ वानरों ने सेतु बांधा

नल नील असंख्य वानरों को लेकर सेतु निर्माण के कार्य में जुट गये। उनके आदेश के अनुसार वानर सेना बड़े बड़े वृक्षों को उखाड़ कर समुद्र तट पर एकत्रित करने लगे। इस प्रकार निरन्तर परिश्रम करके उन्होंने चार सौ कोस लम्बा पुल बना डाला। अब नल-नील के प्रयत्नों से चालीस कोस चौड़ा और चार सौ कोस लम्बा मजबूत पुल बन कर तैयार हो गया।

विभीषण भी श्रीराम सेना में आ मिले

उधर रावण के द्वारा अपमानित होकर उनके भाई विभीषण भी राम सेना से आ मिले, श्रीराम अपनी पूरी सेना के साथ पुल द्वारा लंका के पास आ गए, इस सेना के लंका में पहुंचते ही राक्षसों में भयानक हलचल मच गई। वे लंका दहन की घटना को स्मरण कर भयभीत होने लगे।

मंचन करती श्रीराम की सेना।
मंचन करती श्रीराम की सेना।

श्रीराम के निर्देशानुसार सुग्रीव ने वहीं तट पर तंबुओं का शहर बना लिया, रामजी ने सभी मंत्रियों से चर्चा की तो सबने दूत के रूप में बाली कुमार अंगद को भेजने की बात कही, अंगद रावण के दरबार में पहुंचे और कहा कि आप मेरे पिता के मित्र हैं इसलिए मैं आपसे निवेदन करता हूं कि आप माता सीता को लौटा दो और श्रीराम की शरण में चले जाओ।

अंगद का पैर नहीं हिला सके

रावण जब बहुत समझाने पर भी नहीं माना तो अंगद ने श्रीराम का नाम लेकर अपना पांव जमीन में जमा दिया और कहा कि यदि कोई मेरे पांव को हिला भी देगा तो रामजी सेना समेत लौट जाएंगे, कई सूरमाओं ने प्रयास किया पर कोई नहीं हिला सका। अंतिम रावण जब स्वयं उठा तो अंगद ने कहा कि श्रीराम के आगे झुकना तो उद्धार हो जायेगा। अगले मंचन में रामलीला में युद्ध की शुरुआत, लक्ष्मण को शक्ति और कुंभकर्ण वध की लीला का मंचन होगा।

यह रहे मौजूद
प्रवक्ता विशाल महरोत्रा, अध्यक्ष सर्वेश रस्तोगी, मुख्य अतिथि रोटरी क्लब ऑफ बरेली सेंट्रल से किशोर कटरू, राजीव खुराना, आलोक प्रकाश, निखिल अग्रवाल, हेमंत अग्रवाल, राजेश अग्रवाल गटटूमल, विनोद रस्तोगी, राधाकिशन रस्तोगी, सुनील रस्तोगी, संजीव रस्तोगी मुक्की, अंशु सक्सेना, महेश पंडित, पंकज मिश्रा, राजू मिश्रा रहे।

रामलीला में मौजूद अतिथि और पदाधिकारी।
रामलीला में मौजूद अतिथि और पदाधिकारी।

राजकुमार गुप्ता, लवलीन कपूर, नवीन शर्मा, विवेक शर्मा, गौरव सक्सेना, दिनेश दद्दा, अखिलेश अग्रवाल, पंडित सुरेश कटिहा, सत्येंद्र पांडेय, महिवाल रस्तोगी, नीरज रस्तोगी, पंडित विनोद शर्मा, अनमोल रस्तोगी, सुनील रस्तोगी, अजीत रस्तोगी, शिवम रस्तोगी, बंटी रस्तोगी, अनिल कुमार सैनी, सुरेश रस्तोगी आदि मौजूद रहे ।