21 साल की अमरीना अपना मुस्लिम धर्म त्याग कर हिंदू बन गई। 26 दिसंबर की रात को अमरीना उर्फ राधिका ने बरेली में हिंदू रीति-रिवाज से अपने प्रेमी पप्पू कोरी के साथ मंदिर में शादी कर ली।
दैनिक भास्कर रिपोर्टर ने जब युवती के पिता से मोबाइल पर बातचीत की तो पिता ने बताया कि हमारी बेटी 16 दिसंबर को घर से गायब है। हमने थाने में तहरीर दी, पुलिस भी गुमशुदगी दर्ज कर तलाश में जुटी है। इसी दौरान पिता बातचीत करते हुए अपने बड़े बेटे को मोबाइल फोन थमा देते हैं। भाई ने बहन के धर्म परिवर्तन पर क्या कहा...
घर की दहलीज पर भी नहीं चढ़ेगी
अमरीना के परिवार में पिता, मां के अलावा तीन भाई और दो बहन हैं। बड़ी बहन की शादी हो चुकी है। अमरीना से राधिका बनी युवती के सबसे बड़े भाई अताउल रहमान अंसारी ने कहा कि अमरीना के लिए घर के दरवाजे अब बंद हो चुके हैं। हम उसे दस दिन से तलाश रहे थे, यदि उसे शादी करनी थी तो बता देती। अब वह कभी भी इस घर में नहीं झांक सकेगी। इतने में कॉल पर पीछे से पिता रहमान अंसारी की भी आवाज आती है, पिता कहता है वह कभी नहीं आ सकेगी। आगे भाई कहता है कि हमें वह गांव में भी नहीं चाहिए।
परिवार ने कहा- अब वह हमारी नहीं
भाई ने बातचीत में कहा कि जो घर से एक बार चली गई, अब वह हमारी नहीं। हमें उसकी अब कोई जरूरत नहीं है। जहां गई है या जिसके साथ शादी की है, उसके साथ ही रहे। भाई और पिता ने कहा कि हमारा अब जी भर गया है।
यूपी के बिजनौर जिले की रहने वाली अमरीना ने सोमवार रात बरेली के अगस्त मुनि आश्रम मंदिर में धर्म परिवर्तन कर लिया। अमरीना अब हिंदू बन गई। उसने अपना नाम राधिका रख लिया। मंदिर में अपने लवर पप्पू कोरी से शादी कर ली। पप्पू बरेली से सटे रामपुर के एक गांव का रहने वाला है।
5 टाइम की नमाज पढ़ती थी अमरीना
भाई और पिता ने कहा कि अमरीना घर से बाहर नहीं जाती थी। परिवार में एक छोटा मोबाइल था, उसी पर वह कभी-कभार बातचीत कर लेती थी। वह सिर्फ पांचवी तक उर्दू की पढ़ाई की है। धर्म परिवर्तन और नमाज को लेकर परिवार ने कहा कि अमरीना पांच टाइम की नमाज पढ़ती थी, लेकिन पता नहीं वह कैसे घर से चली गई।
अमरीना बोली- मैं बालिग हूं, अपना निर्णय खुद ले सकती हूं
बिजनौर जिले के सादात कोतवाली क्षेत्र के कुलारकी की रहने वाली अमरीना ने बताया कि मैं बालिग हूं, अपना निर्णय खुद ले सकती हूं। आधार कार्ड में मेरी जन्म तारीख 9 अगस्त 2000 है।
मिस्ड कॉल से दोस्ती, फिर प्यार और शादी
अमरीना ने बताया कि अक्टूबर 2020 में मेरे घर पर मोबाइल पर एक अनजान युवक की कॉल आई। बाद में जब कॉल बैक की तो वह काॅल पप्पू ने उठाई। युवक पप्पू ने बताया कि गलती से कॉल लग गई। एक मिस्ड कॉल से शुरू हुई दोस्ती दोनों के प्यार में बदल गई।
अमरीना उर्फ राधिका ने बताया कि मेरे परिवार वाले लगातार मुझे धमकी दे रहे थे। मैंने प्यार और अपने प्रेमी की खातिर अपना घर, धर्म और परिवार छोड़ दिया। अब हमेशा हिंदू बनकर रहूंगी। हिंदुओं में तीन तलाक नहीं देते, यहां तो पता नहीं तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया जाए। हमारी जानने वाली एक युवती का निकाह पांच साल पहले हुआ, पति ने मार पीटकर तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया था। ऐसा ही डर मुझे भी था।
हिंदू रीति-रिवाज से की शादी
बरेली में मणिनाथ स्थित अगस्त मुनी आश्रम के मंदिर के पंडित आचार्य केके शंखधार ने गंगाजल से शुद्धिकरण कराया। उसके बाद अमरीना उर्फ राधिका की शादी रामपुर के शाहबाद निवासी पप्पू कोरी से कराई। अमरीना उर्फ राधिका ने बताया कि मैं खुद शादी करने अपने घर को छोड़कर अपने प्रेमी पप्पू के घर पहुंची। अपनी मर्जी से मैंने धर्म परिवर्तन कर लिया है।
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