महात्मा ज्योतिबा फुले (एमजेपी) रुहेलखंड विश्वविद्यालय में कल यानि 15 जुलाई से स्नातक (यूजी) और परास्नातक (पीजी) सेकंड और थर्ड ईयर की परीक्षाएं शुरू होने वाली है। मगर इन परीक्षाओं को लेकर यूनिवर्सिटी के लाखों परीक्षार्थियों का भविष्य दांव पर लग चुका है। उन्हें परीक्षा शुरू के महज एक दिन पहले तक यह नहीं पता है कि उन्हें किस दिन कौन से विषय की परीक्षा है। क्योंकि यूनिवर्सिटी की तरफ से जारी एग्जाम स्कीम और एडमिट कार्ड में दी गई तारीख अलग- अलग है। एग्जाम स्कीम के मुताबिक यूजी की परीक्षाएं 11 अगस्त और पीजी की परीक्षाएं 4 अगस्त को समाप्त हो जाएंगी। मगर एडमिट कार्ड के हिसाब से यह परीक्षाएं 14 अगस्त तक परीक्षाएं संचालित होंगी। जिसको लेकर परीक्षार्थियों में असमंजस बढ़ता ही जा रहा है।
कैसे है अंतर आसान भाषा में समझिए
पूरी जानकारी के लिए हमने बीए सेकंड ईयर का एडमिट कार्ड और एग्जाम स्कीम लिया। देखने पर पता चला कि एग्जाम स्कीम में बीए सेकंड ईयर की परीक्षाएं 11 अगस्त को खत्म हो रही है। मगर एडमिट कार्ड में वही परीक्षाएं 14 अगस्त तक संचालित है। इसके बाद दोनों की तारीखों और पेपरों को मिलाना शुरू किया। पता चला कि बीए सोसोलॉजी का पेपर एडमिट कार्ड में तो 12 अगस्त को दिखाई दे रहा है। मगर एग्जाम स्कीम में वही पेपर 29 जुलाई को दिखाई दे रहा है। ठीक इसी तरह से हिंदी लिटरेचर का पेपर एडमिट कार्ड में 14 अगस्त और एग्जाम स्कीम में 31 जुलाई को दिखाई दे रहा है। हद तो इस बात की है कि यूनिवर्सिटी की तरफ से यह रिवाइज्ड एग्जाम स्कीम अपलोड की गई है।
पीजी के एग्जाम में भी यही खेल
इसके बाद जब हमने पीजी में एमए (एजुकेशन) की एग्जाम स्कीम और एडमिट कार्ड देखना शुरू किए तो उसमें भी यही खेल सामने आया। पता चला कि एग्जाम स्कीम के हिसाब से तो पीजी के एग्जाम 4 अगस्त को ही खत्म हो जाएंगे। मगर जब एडमिट कार्ड देखा तो उसमें अंतिम पेपर 14 अगस्त का दिखाई दे रहा है। दोनों की जांच की गई तो पता चला कि एग्जाम स्कीम में कॉम्परेटिव एजुकेशन का पेपर 30 जुलाई को होना है। मगर एडमिट कार्ड में वही पेपर 13 अगस्त को दिखाई दे रहा है। ठीक इसी तरह से वोकेशनल गाइडेंस एंड काउंसलिंग का पेपर एग्जाम स्कीम में 31 जुलाई और एडमिट कार्ड में 14 अगस्त को होना है। दोनों में इतना अंतर होने की वजह से लाखों छात्र असमंजस में है।
यूनिवर्सिटी में है यूजी-पीजी के पांच लाख से अधिक छात्र-छात्राएं
महात्मा ज्योतिवा फुले रूहेलखंड विश्वविद्यालय में यूजी और पीजी के कुल 05 लाख, 56 हजार, 543 परीक्षर्थी शामिल है। जिसमें से यूजी के 4लाख, 63 हजार, 816 छात्र-छात्राएं और पीजी के 87 हजार 216 छात्र-छात्राएं शामिल है। इन छात्र-छात्राओं में यूजी और पीजी के प्रथम वर्ष के भी छात्र-छात्राएं शामिल है। मगर उनकी इस बार परीक्षा नहीं कराई जाएगी।
यूपी के 563 कॉलेज है एफिलेटेड
महात्मा ज्योतिवा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय से सिर्फ बरेली या उसके आस-पास के ही कॉलेज एफिलेटेड नहीं है बल्कि बरेली, बदायूं, शाहजहांपुर, पीलीभीत, मुरादाबाद, बिजनौर, रामपुर, सम्भल, अमरोहा, मेरठ, आगरा, समेत तमाम जिलों के 563 कॉलेज एफिलेटेड है। इन कॉलेजों में पांच लाख से अधिक स्नातक और परास्नातक के छात्र-छात्राएं पढ़ते है।
क्या कहते है जिम्मेदार
जब इस बारे में यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो. केपी सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वैसे तो इस तरह की समस्या होनी नहीं चाहिए। मगर फिर भी यदि कोई दिक्कत आ रही है तो इसके लिए यूनिवर्सिटी ने एक एग्जाम कंट्रोल रूम तैयार किया है। जिसमें लगातार टैक्निकल टीम की ड्यूटी लगाई जा रही है। समस्या आने पर तुरंत टीम उसे ठीक करेगी। इस समस्या को भी दिखवाया जाएगा।
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