उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद संदिग्ध परिस्थितियों में बुजुर्ग की मौत हो गई। बुजुर्ग ने कोवीशील्ड की दूसरी डोज लगवाई थी। वैक्सीन लगवाने के बाद बुजुर्ग की अचानक तबीयत खराब होने लगे। तबीयत बिगड़ने पर परिजनों उसको लेकर अस्पताल पहुंचे लेकिन, डॉक्टरों ने बुजुर्ग को मृत घोषित कर दिया था। बेटे ने स्वास्थ्य कर्मी पर वैक्सीन लगवाने में लापरवाही का आरोप लगाया। बेटे का कहना है कि वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाने के 12 घंटे के भीतर ही पिता की जान चली गई।
सुबह 11 बजे लगवाई थी दूसरी डोज
सुनगढ़ी मोहल्ले निवासी श्याम अग्निहोत्री ने वैक्सीनेशन में लापरवाही का आरोप लगाते हुए स्वास्थ्य विभाग से शिकायत की है। श्याम ने बताया कि, पिता राजेंद्र कुमार (55) वैक्सीनेशन कराने सुबह 11 बजे ड्रमंड कॉलेज (वैक्सीनेशन सेंटर) गए थे। जहां उन्होंने कोवीशील्ड की दूसरी डोज लगवाई थी। वैक्सीनेशन के बाद वह घर आ गए। घर आने के बाद उनकी अचानक तबीयत बिगड़ने लगी। रात 11 बजे के करीब उनको लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया।
नीला पड़ गया था शरीर, मुंह से निकल रहा था झाग
बेटे ने आरोप लगाया कि उसके पिता का शरीर नीला पड़ने लगा था। मुंह से झाग निकल रहा था। पिता की ऐसी हालत देख वह घबरा गया और उनको लेकर अस्पताल भागा। अस्पताल पहुंचने के बाद भी वो अपने पिता को बचा नहीं सका। बेटे श्याम अग्निहोत्री ने वैक्सीनेशन करने वाली एएनएम निर्मला गंगवार और अनिता गंगवार पर लापरवाही का आरोप लगाया। बेटे ने दोनों एएनएम की स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों से लिखित शिकायत कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
रात में ही किया अंतिम संस्कार
बेटे का आरोप है कि, पिता की मौत के बाद उसने पुलिस को फोन किया, लेकिन पुलिस ने फोन नहीं उठाया। पुलिस से बात न हो पाने की वजह से परिवार की सहमति से उसने पिता का अंतिम संस्कार कर दिया गया। बेटे ने बताया कि, उसके पिता को कोई बीमारी नहीं थी।
सीएमओ बोलीं- चल रही मामले की जांच
बेटे की शिकायत मिलने के बाद सीएमओ डॉ. सीमा अग्रवाल ने मामले की जांच का आदेश दिया है। उन्होंने बताया है कि, शिकायत मिलने के बाद पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। कोविड-19 की वैक्सीन की एक शीशी से 10 लोगों को डोज लगती है। अभी तक किसी ने ऐसी शिकायत नहीं की है। मृतक को भी कोविड-19 वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई गई थी। पहली डोज के बाद किसी तरह के रिएक्शन की बात सामने नहीं आई थी।
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