यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह ने बरेली के लिए भी बहुत कुछ किया था। उन्होंने बरेली के लिए तीन डिग्री कॉलेज, कॉलोनियां समेत और भी बहुत कुछ दिया था। पार्टी के कार्यकर्ताओं पर भरोस ही उनकी जीत थी। उनके निधन के बाद उनके समर्थकों में शोक की लहर दौड़ गई है। उनका कहना है कि वह एक कद्दावर नेताओं में गिने जाते थे। अब उनकी इस कमी को कोई भी पूरा करने की स्थिति में नहीं है।
आवंती बाई समेत आंवला और फरीदपुर का भी बनवाया डिग्री कॉलेज
आवंला से सांसद रहे राजवीर सिंह के बेटे धीरेंद्र सिंह उर्फ धीरू ने बताया कि कल्याण सिंह का उनके परिवार के गहरा नाता था। ऐसा कोई भी पारिवारिक कार्यक्रम नहीं होता था जिसमें वह शामिल नहीं होते थे। धीरू बताते है कि कल्याण सिंह ने बरेली के लिए तीन डिग्री कॉलेजों को दिया था। पहला डिग्री कॉलेज उन्होंने आंवला में बनवाया, दूसरा फरीदपुर में और तीसरा डिग्री कॉलेज उन्होंने आवंती बाई बरेली शहर में बनवाया।
जगदीश बिहार कॉलोनी का किया था उद्घाटन
टीवरी नाथ मंडल के महामंत्री रहे गुलशन आनंद ने बताया कि जब कल्याण सिंह पहली बार 1991 में मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने बरेली में सबसे पहले जगदीश बिहार कॉलोनी का उद्घाटन किया था। हालांकि उस वक्त बीडीए नहीं हुआ करता था। कल्याण सिंह ने बाबू जगदीश की प्रतिमा का अनावरण किया, जो आज भी उसी कॉलोनी में लगी हुई है।
कार्यकर्ताओं पर बेहद भरोसा, ब्लैक कैट कमांडों को भी किया बाहर
बताया जा रहा है कि जब कल्याण सिंह पहली बार यूपी के मुख्यमंत्री बने तो वह बरेली के सर्किट हाउस में पहुंचे। यहां जब उनसे कार्यकर्ता मिलने पहुंचे तो उन्होंने ब्लैक बेल्ट कमांडों को बाहर कर दिया था। कहा था कि यह सभी उनकी पार्टी के कार्यकर्ता है। उनसे उन्हें कोई खतरा नहीं है। कहा था कि जब तक साथ में कार्यकर्ता नहीं होंगे तब तक उनकी जीत का कोई मतलब नहीं है। इसके बाद कमांडो बहार चले गए थे।
पूर्व सांसद के बेटे को बनाया था पार्टी का प्रदेश महामंत्री
आंवला के पूर्व सांसद राजवीर सिंह के बेटे धीरेंद्र सिंह उर्फ धीरू ने बताया कि मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद जब उन्होंने अपनी खुद की जनक्रांति पार्टी तैयार की थी। तो उन्होंने धीरू को उसमें प्रदेश महामंत्री के पद का जिम्मा सौंपा था। जिसके बाद उन्होंने उस पद की जिम्मेदारी संभालते हुए काफी मेहनत भी की थी। हालांकि बाद में कल्याण सिंह ने दोबारा से बीजेपी ज्वाइन कर ली।
कल्याण सिंह बरेली आने के बाद केवल अटल के हाथ से खाते थे तंबाकू
भाजपा महानगर के पूर्व महामंत्री वीरेंद्र अटल ने बताया कि कल्याण सिंह तम्बाकू खाने के शौकीन थे। मगर बरेली में वह जब भी आए, तो उन्होंने किसी के हाथ से तंबाकू नहीं खाई। केवल उन्हीं के हाथों से ही तंबाकू खाई। जिसको लेकर तमाम तरह की चर्चाएं भी हुई। आगे उन्होंने बताया कि हैरत की बात यह थी कि कल्याण सिंह को यूपी के सभी जिलों में अपने अधिकांश कार्यकर्ताओं का नाम याद था। वह नाम से ही उन्हें पुकारते थे।
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