'देश हिंदू राष्ट्र नहीं बन सकता':बरेली में तौकीर रजा बोले- जिन्ना मुसलमान नहीं था, आज दलित की लड़कियां उठाई जा रही

बरेली5 महीने पहले
  • कॉपी लिंक
इत्तेहाद- ए- मिल्ल्त परिषद के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा। - Dainik Bhaskar
इत्तेहाद- ए- मिल्ल्त परिषद के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा।

बरेली में मौलाना तौकीर रज़ा ने कहा कि हमारा देश हिंदू राष्ट्र नहीं बन सकता। मोहम्मद अली जिन्ना मुसलमान नहीं था। उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य के श्रीरामचरित मानस पर दिए बयान पर कहा कि श्रीरामचरित मानस में जो लिखा है। इस समय वैसा ही हो रहा है। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि वह आधुनिक भारत के भगवान हैं। इस बारे में वह ज्यादा अच्छा बता सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज शूद्र, गवार,ढोल पीटे जा रहे है, उनकी लड़कियां उठाई जा रही है, उनकी बेइज्जती की जा रही है। यह जो हुकूमत है। हिंदूत्व के खिलाफ कर रही है।

'आस्थाओं का टकराव अच्छा नहीं'

तौकीर रजा ने कहा कि मोहम्मद अली जिन्ना मुसलमान नहीं था।
तौकीर रजा ने कहा कि मोहम्मद अली जिन्ना मुसलमान नहीं था।

तौकीर रज़ा ने कहा कि आस्थाओं का टकराव हमारे देश के लिए अच्छा नहीं है। आस्थाओं को जब ठेस पहुंचती है तो आदमी विचलित हो जाता है, बेचैन हो जाता है और हालात खराब हो जाते हैं। मैंने हमेशा यह बात कही एक दूसरे की आस्थाओं का सम्मान किया जाना चाहिए।

'पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पॉपुलर होना चाहते हैं'

स्वामी प्रसाद मौर्य ने जो बात अब कही है वह जब भाजपा में थे तब क्यों नही की। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के घर वापसी करवाने पर कहा कि आज हिंदू मुस्लिम पर बयान दो, फिर जान का खतरा हो जायेगा। उन्हें जान का खतरा नहीं है, वह पॉपुलर होना चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि इस्लाम अमन और शांति का भाईचारे का पैगाम देता है। हिंदू राष्ट्र बनाने वाले न जाने कितने आए और चले गए। इस्लाम का रास्ता इंसाफ का रास्ता है, अच्छाई का रास्ता है, सच्चाई का रास्ता है और मोहब्बत का रास्ता है। हमारे देश को हिंदू राष्ट्र नहीं बनाया जा जा सकता। यह आस्थाओं का देश है, हमारा देश गुलदस्ता है यहां हर रंग के फूल खिलते रहेंगे।

मोहम्मद अली जिन्ना मुसलमान नहीं

तौकीर रजा ने आगे कहा कि मोहम्मद अली जिन्ना मुसलमान नहीं था। मुसलमान बनकर इस देश का बंटवारा किया है। किसी मुसलमान ने गांधी जी की हत्या नहीं की, भगवान गोडसे ने गांधी जी की हत्या की। देश में कत्लेआम का माहौल बनवाया। देश का बंटवारा हो गया, लेकिन हिंदू राष्ट्र नहीं बन सका।

क्योंकि मुसलमान वतन से मोहब्बत करते थे। गांधी जी की हत्या कराई, यह RSS का षड़यंत्र था। RSS की प्लानिंग यह थी कि गांधी की हत्या होगी तो मुसलमानों का कत्लेआम हो जाएगा। लोगों को यह लगेगा कि गांधी की हत्या किसी मुसलमान ने की है। एक साथ दो कोशिश की गईं। मगर दोनों कोशिशें मुसलमानों ने नाकाम कर दी।