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शाहजहांपुर में पोस्टमार्टम हाउस का हाल बेहाल:आधुनिक पोस्टमार्टम हाउस में नहीं मिलती आधुनिक सुविधाएं, पेड़ के नीचे शव रखकर बैठते है लोग; खुद ही करने पड़ते है सारे इंतजाम

शाहजहांपुर2 वर्ष पहले
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शाहजहांपुर में आधुनिक पोस्टमार्टम हाउस में बेहतर सुविधाएं न मिलने से शव को पेड़ के नीचे रखकर बैठे परिजन अपनी बारी का कर रहे इंतजार। - Dainik Bhaskar
शाहजहांपुर में आधुनिक पोस्टमार्टम हाउस में बेहतर सुविधाएं न मिलने से शव को पेड़ के नीचे रखकर बैठे परिजन अपनी बारी का कर रहे इंतजार।

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में आधुनिक सुविधाओं से लैस एक पोस्टमार्टम हाउस बनाया गया था। जिसका जोरदार उदघाटन भी हुआ। जहां पर शवों को रखने से लेकर परिजनों के बैठने तक के लिए सभी सुविधाएं होने का दावा ठोंका जाता है। जबकि हकीकत यह है कि वहां न तो लोगों के बैठने की व्यवस्था है न ही लाशों को रखने के लिए बर्फ कि सिल्लियां। यह हालत उस विधानसभा क्षेत्र की है जहां से खुद वित्त एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना विधायक है।

तमाम दावे हुए फेल

यह हाईटेक पोस्टमार्टम हाउस राजकीय मेडिकल कॉलेज के ठीक सामने नहर वाले रास्ते पर स्थित है। भरोसा दिलाया गया गया था कि यहां अच्छी सुविधाएं मिलेंगी। एक साथ कई लाशों का पोस्टमार्टम हो सकेगा। हालांकि, यहां कि मौजूदा तस्वीर कुछ और ही कहानी बयां करती है। यहां आए हुए एक परिवार ने बताया कि वह मृतक के शव को बाहर लेकर इसलिए बैठे है क्योंकि कर्मचारियों ने कहा कि अंदर जगह नहीं है बाहर लेकर बैठ जाओ। परिवार को अपनी बारी का इंतजार करने को बोला गया। जिसके बाद तीन घंटो से वह लोग बाहर धूप से बचने के लिए पेड़ के नीचे बैठे है।

शव का पोस्टमार्टम कराने आए परिजन धूप व असुविधाओं से हुए परेशान।
शव का पोस्टमार्टम कराने आए परिजन धूप व असुविधाओं से हुए परेशान।

सीएमओ ने कहा- नहीं है मामले की जानकारी

यह हाल सिर्फ एक परिवार का नहीं बल्कि यहां आए ऐसे तमाम परिवारों का है। जिन्हें शव को रखने के लिए बर्फ की सिल्ली का इंतजाम स्वयं करना पड़ता है। शवों की रखवाली खुद करनी पड़ती है। वहां आए परिजन बताते है कि पोस्टमार्टम हाउस बना तो अच्छा है लेकिन उस हिसाब से सुविधाएं नहीं दी जाती है। हालांकि. जब इस मामले में जिले के सीएमओ से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उन्हें ऐसे किसी मामले की जानकारी नहीं है।

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