बुलंदशहर में एक डॉक्टर के नाम पर प्रदेश में एक-दो नहीं बल्कि 18 अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालित होने का मामला सामने आया है। इस डॉक्टर ने नाम और डिग्री पर प्रदेश के अलग-अलग शहरों में डेढ़ दर्जन अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालित थे। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने जांच की तो हड़कंप मच गया। इतनी बड़ी संख्या में अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालित होने पर अफसर भी हैरान दिखे। पूरे मामले में एसीएमओ डॉ. एके भंडारी की तहरीर पर चिकित्सक डॉ. मनीष कुमार वार्ष्णेय, डॉ. दीपा अग्रवाल समेत तीन के खिलाफ पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
घर बैठे हर माह कमा रहा था 25 लाख रुपये
अल्ट्रासाउंड सेंटर का संचालक घर बैठकर ही हर माह करीब 25 लाख रुपए से अधिक कमा रहा था। एसीएमओ डॉ. भंडारी ने बताया कि यह सभी अल्ट्रासाउंड सेंटर डॉ. मनीष कुमार वार्ष्णेय की डिग्री पर रजिस्टर्ड किए गए थे, लेकिन इनका संचालन अन्य लोगों द्वारा किया जा रहा था। डॉ. मनीष प्रत्येक अल्ट्रासाउंड सेंटर से हर माह डेढ़ लाख रुपए वसूल रहा था। इस प्रकार वह घर बैठे ही हर माह 25 लाख रुपए से अधिक की वसूली करता था।
सीएमओ ने कहा जांच जारी, होगी कार्रवाई
बुलंदशहर के सीएमओ डॉ. विनय कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी चिकित्सक डॉ. मनीष वार्ष्णेय समेत तीन के खिलाफ पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है। मामले की जांच चल रही है। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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