बुलंदशहर में पुलिस ने धीरज हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में सामने आया है कि एक आरोपी ने अपने भाई बरुआ की हत्या में धीरज के शामिल होने के शक में अन्य आरोपियों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था।
पुलिस कर रही थी धीरज की तलाश
एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने शुक्रवार को बताया कि 25 अक्तूबर 2021 को रवेंद्रपाल सिंह ने थाना पहासू में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया था कि उनके पुत्र धीरज को गांव के ही दिनेश और मनोज अपने कुछ दोस्तों के साथ घर से बुलाकर ले गया था। जिसके बाद से धीरज का कोई अता-पता नही लगा। थाना पुलिस ने लापता धीरज की तलाश की।
आरोपी हुए गिरफ्तार
एक माह बाद 23 नवंबर को गंगनहर पलड़ा झाल पुल पर एक अज्ञात शव बरामद हुआ। जिसकी शिनाख्त धीरज के रूप में हुई। पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल की तो आरोपी दिनेश और मनोज के अलावा धर्मवीर, गौरव के नाम सामने आए। शुक्रवार सुबह थाना पुलिस ने एक सूचना पर चारों आरोपियों को गंगनहर पलड़ा झाल खुर्जा वाली नहर के पास से दबोच लिया।
पुलिस पूछताछ में सच आया सामने
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि जून 2021 को आरोपी दिनेश के भाई बरुआ की हत्या आरोपी धर्मवीर के भतीजे द्वारा की गई थी। इस हत्याकांड में धीरज का नाम भी प्रकाश में आया था। जबकि पुलिस की जांच में धीरज का नाम सामने नहीं आया था। पाई गई। बरूआ के भाई दिनेश और आरोपी के चाचा धर्मवीर को धीरज पर हत्या में शामिल होने का शक था।
नहर में फेंक दिया था शव
इसके चलते आरोपी दिनेश और धर्मवीर ने आपस में मिलकर योजना बनाकर धीरज की हत्या को अंजाम दिया। पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपियों ने बताया कि 23 अक्तूबर की सुबह आरोपी दिनेश अपनी गाड़ी बुलेरो पिकअप में धीरज को अपने साथ शराब पीते हुए शिकारपुर मंडी धान बेचने ले गया। उसके बाद खुर्जा मंडी गए।
शाम को आरोपी दिनेश ने धर्मवीर को भी उसके खेतों से साथ में ले लिया। मनोज और उसका भतीजा गौरव बाइक से आए गए। इसके बाद आरोपियों ने धीरज के साथ मिलकर शराब का सेवन किया। फिर धीरज की गला दबाकर हत्या कर उसके शव को गंगनहर में फेंककर फरार हो गए।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.