चंदौली के जिला मुख्यालय पर सांसद एवं केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय सोमवार को सकलडीहा रेलवे क्रासिंग पर 33.47 करोड़ की लागत से निर्मित 632 मीटर लंबे पंडित अटल बिहारी सेतु को जनता को समर्पित करेंगे। वाहनों को हरी झंडी दिखाकर पुल का लोकार्पण करेंगे।
15 दिन बाइक और फोर व्हीलर ही चलेंगे
अधिकारियों के मुताबिक पुल पर पहले 15 दिन बाइक और चार पहिया वाहनों को आने-जाने की अनुमति रहेगी। ट्रायल पूरा होने के बाद ट्रक, बस और भारी वाहन चलेंगे।
साल 2018 में किया गया था भूमि पूजन
गौरतलब है कि सकलडीहा जाने वाले रेलवे क्रासिंग पर आरओबी निर्माण के लिए 2018 में भूमि पूजन किया गया था। इसके निर्माण की तय सीमा जनवरी 2019 तक थी, लेकिन कोरोना की वजह से निर्माण कार्य बाधित रहा। संक्रमण रुकने के बाद काम में तेजी आई और 31 दिसंबर को पुल बनकर तैयार हो गया।
33.47 करोड़ की लागत से पुल का निर्माण
इस 632.68 मीटर लंबे टू लेन रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण 33.47 करोड़ की लागत से कराया गया है। रेलवे ट्रैक के ऊपर 60 मीटर तक बिना किसी सपोर्टिंग पिलर के स्लैब ढाला गया है। इसके लिए बो-स्ट्रींगर पद्धति का इस्तेमाल हुआ है। पूर्वांचल में बनारस के बाद सेतु निगम ने रेलवे ट्रैक के ऊपर यह दूसरा पुल बनाया है।
15 दिन का ट्रायल होगा
सेतु निगम के इंजीनियर अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि ऊपर से लगाए गए भारी-भरकम स्ट्रींगर के सहारे स्लैब टिका रहेगा। यह बेहतर और टिकाऊ तकनीकी है। उन्होंने बताया कि उद्घाटन के बाद बाइक और चार पहिया वाहनों का आवागमन शुरू हो जाएगा, लेकिन 15 दिनों तक ट्रायल होगा। इसके बाद भारी वाहनों के आवागमन की अनुमति होगी।
पुल को दुल्हन की तरह सजाया जाएगा
रेलवे ओवरव्रिज के लोकार्पण की तैयारी में सेतु निगम के अफसर जुट गए हैं। पुल के साइड वॉल की पेंटिंग के साथ ही गेंदे के फूल की 2500 मालाओं से दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। इसका शुभारंभ केंद्रीय मंत्री और सांसद डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय सोमवार को दोपहर बाद जनसभा को संबोधित करेंगे।
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