उत्तर प्रदेश की जाति-धर्म पर टिकी राजनीति को प्रियंका गांधी को बखूबी समझती नजर आ रहीं हैं। एकला चलो रे...को अपना मंत्र बनाते हुए वह मंदिरों में देवी-देवताओं से आशीर्वाद भी लेती जा रहीं हैं। पिछले दो महीनों में उन्होंने यूपी की राजनीति में अपनी सक्रियता बढ़ाते हुए न सिर्फ ज्वलंत मुद्दों को पकड़ा, बल्कि 7 मंदिरों पर माथा भी टेका। बुधवार को वह चित्रकूट पहुंचीं, यहां कामतानाथ मंदिर में विधिवत पूजा-पाठ किया।
ये मंत्रोच्चारण प्रियंका गांधी के हैं...
ऊं त्र्यंबकम् यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम उर्वारुकमिव वंदना मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।
नागेंद्रहाराय त्रिलोचनाय भस्मांग रा गाय महेश्वराय नित्य अशुद्ध है दिगंबराय तस्मै न कराए नमः शिवाय।
कर्पूर गौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेंद्रहारम् सदा वसंतम् हृदयार विंदे भवं भवानी सहितं नमामि।
कांग्रेस की छवि बदलना चाहती हैं?
प्रियंका गांधी ने मंदाकिनी तट पर भगवान गजेंद्र नाथ स्वामी का पहले जलाभिषेक किया फिर देसी गाय के दूध से अभिषेक। अब यह चर्चा होने लगी है कि प्रियंका गांधी यूपी में कांग्रेस की छवि बदलना चाहती हैं। धर्मिक रुझान कुछ गुजरात चुनाव से मेल खाता हुआ है। वर्ष 2017 में राहुल गांधी भी गुजरात में मंदिर-मंदिर घूमे थे, लेकिन उस वक्त राहुल की अपनी छवि ट्रोलर्स व विरोधियों के निशाने पर रहती थी। प्रियंका के साथ ऐसा चैलेंज नहीं है।
सोमनाथ, चामुंडा और द्वारिकाधीश पहुंचे थे राहुल
वर्ष 2017 में गुजरात विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी ने चुनावी अभियान की शुरुआत सोमनाथ मंदिर में दर्शन करके की थी। इसके बाद उन्होंने समय-समय पर चामुंड, द्वारिकाधीश मंदिरों में दर्शन किए थे। चामुंडा माता मंदिर में तो राहुल 15 मिनट में एक हजार सीढ़ियां चढ़कर पहुंचे थे। मंदिर-मंदिर दर्शन की इस सियासत के बाद गुजरात में कांग्रेस का प्रदर्शन काफी बेहतर रहा था। पार्टी सेकंड नंबर पर ही और 77 सीटें जीती थी। यूपी में भी प्रियंका गांधी कुछ इसी फॉर्मूले से पार्टी और कार्यकर्ताओं में जान फूंकना चाहती हैं।
तस्वीरों में देखिए...प्रियंका की मंदिर यात्रा
दो महीनों में ही प्रियंका गांधी ने सात मंदिरों में माथा टेक लिया है। लखीमपुर हिंसा के दौरान उन्होंने लखनऊ की मरी माता मंदिर में दर्शन किए। इसके बाद मिर्जापुर में विंध्यवासिनी, बनारस में काशी विश्वनाथ और देवा मां के मंदिर में और बुधवार को चित्रकूट में गजेंद्र नाथ स्वामी और कमता नाथ के दर्शन किए।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.