इटावा में यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट, व हाईस्कूल का परिणाम आ गया है। जिसमें जिले में हाईस्कूल के 14 बच्चों ने और इंटरमीडिएट में 12 बच्चो ने टॉप टेन में अपनी जगह बनाई है। इस मौके पर बच्चों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर एक दूसरे को बधाई दी है। कोई छात्र इंजीनियरिंग करना चाहता है तो कोई शिक्षक बनकर समाज की सेवा करना चाहता हैं।
10वीं में 14,12वीं में 12 बच्चों ने लहराया परच
कोरोना काल के बाद यूपी बोर्ड की परीक्षाएं आयोजित की गई थी। जिसका आज परिणाम घोषित हुआ है। जिले में हाईस्कूल में 14 बच्चों ने इंटरमीडिएट में 12 बच्चों ने जिले की लिस्ट में अपनी जगह बनाकर अपने परिवार अपने विद्यायल का नाम रोशन किया है। जिले में हाईस्कूल व इंटरमीडिएट में सबसे अधिक टॉप टेन जिले के जसवंतनगर क्षेत्र के चौधरी सुघर सिंह कॉलेज के छात्रों ने अपनी अपनी जगह बनाई है। इंटरमीडिएट रिजल्ट में जिले में प्रथम से लेकर दसवी रैंक हासिल की है। वही हाईस्कूल में जिले में तृतीय स्थान पर भी इसी कॉलेज के छात्रा रही है।
जिले के टॉप 3 हाईस्कूल पास स्टूडेंट्स करिश्मा राजपूत 565/600, शिवाजी शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज, 94.17%, हिमांशी पाल 564/600, शिवाजी शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज, 94%, आस्था बघेल 563/600, चौधरी सुघर सिंह इंटर कॉलेज, जसवंतनगर, 93.83%। जिले के टॉप 3 स्टूडेंट्स इंटरमीडिएट- पास अरुण कुमार 454/500, चौधरी सुघर सिंह इंटर कॉलेज जसवंतनगर, 90.80%, स्मृति यादव 454/00, चौधरी सुघर सिंह इंटर कॉलेज जसवंतनगर, 90.80%, काजल 452/500, चौधरी सुघर सिंह इंटर कॉलेज जसवंतनगर, 90.40%
फिरोजाबाद में सब्जी बेचते है पिता
इंटरमीडिएट के छात्र अरुण कुमार ने बताया कि वह आज बहुत खुश है कोरोना काल के बाद परीक्षा हुई थी। काफी परेशानी हुई थी ऑनलाइन पढ़ाई करने में लेकिन जो परिणाम आया उससे खुश है। आगे इंजीनियरिंग करने की सोच रहे है। सिविल सर्विसेज की भी तैयारी करेंगे। बताते चले अरुण कुमार के पिता फिरोजाबाद जिले में सब्जी का काम करते है। और अरुण का कहना है कि अब अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सही नही है। अब आगे पढ़ाई करके अपने परिवार का सपना साकार करेंगे।
पिता करते है प्लांट लगाने का काम
वही द्वितीय रैंक हासिल करने वाली छात्रा काजल यादव ने बताया कि जिले में दूसरा स्थान प्राप्त होने पर खुशी है। परिवार वालों ने बहुत साथ दिया है मेरी बड़ी बहन माता पिता और खास तौर पर शिक्षकों योग्यदान रहा है। काजल बताती है कि वह आगे इंजीनियरिंग की तैयारी करना चाहती है। काजल के पिता आटा चक्की प्लांट लगाने में टैक्नीशियन का कार्य करते है। तो वह चाहती है कि वह इंजीनियरिंग की पढ़ाई करें और परिवार का नाम रोशन करें।
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