अब तक नहीं मिली किताबें:इटावा में 16 जून से खुले सरकारी स्कूल, पुरानी किताबों से ही पढ़ रहे बच्चे

इटावा9 महीने पहले

इटावा में 16 जून से सरकारी स्कूल खुल चुके हैं। बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालयों में बिना किताबों के ही पढ़ाई कराई जा रही है। BSA ने कहा, जल्द स्कूली बच्चों को किताबें मिल जाएंगी। वहीं बच्चों का कहना है कि किताबें न मिलने से उनको पढ़ने में दिक्कत होती है। जब तक स्कूल में हैं तब तक तो ठीक है, लेकिन घर पर किससे पढ़ाई करें।

बता दें, गर्मियों की छुट्टी के बाद स्कूल खुल चुके हैं, लेकिन बिना किताबों के ही बच्चे स्कूल पहुंच रहे हैं। जिन बच्चों को पुरानी किताबें मिली हैं, उससे ही बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। जिले में इस समय 947 प्राथमिक विद्यालय तो वहीं 537 उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं।

स्कूलों में बैठे छात्र-छात्राएं।
स्कूलों में बैठे छात्र-छात्राएं।

किताबें आने में लगेगा समय
BSA उमानाथ ने बताया, किताबें उपलब्ध होने में अभी समय लग सकता है, क्योंकि प्रदेश भर में पुस्तकों का प्रकाशन करने वाली कंपनी को वितरण करने का ठेका दिया जाता है, जिसकी टेंडर प्रक्रिया अभी चल रही है। प्रदेश भर में पुस्तकों का वितरण होना होता है, जिसके चलते लंबी प्रक्रिया होने के कारण समय लग रहा है।

अभी स्कूलों में पुरानी किताबों से ही काम चलाया जा रहा है।
अभी स्कूलों में पुरानी किताबों से ही काम चलाया जा रहा है।

BSA उमानाथ ने कहा, जैसे ही पुस्तकें जनपद में आ जाएंगी, वैसे ही उनका वितरण करा दिया जाएगा। तब तक पुरानी किताबों से ही काम चलाया जा रहा है। वैसे भी हमारे बेसिक शिक्षा के अध्यापक इतनी तो जानकारी रखते हैं कि बिना किताबों के बच्चों को पढ़ाया जा सकता है।