इटावा शहर में स्थित पक्के तालाब में हजारों मच्छलियां मर गईं। 2 दिन से लगातार मच्छलियां मरकर पानी के ऊपर उतरा जाती हैं। यह तालाब नगर पालिका परिषद की देखरेख में आता है। जिसके चलते इस तालाब की साफ सफाई का कार्य शुरू किया गया था। पालिका टीम ने तालाब में ब्लीच पाउडर और केमिकल का छिड़काव करवाया था। मच्छलियों की मौत उसी के चलते होना मानी जा रही है। तलाब के आस-पास मंदिर-मस्जिद और कॉलेज भी है। जिस कारण यहां पर सुबह-शाम आने जाने वाले लोगों का बदबू से बुरा हाल हो रहा है।
ब्लीचिंग पाउडर और केमिकल बना मच्छलियों की मौत का कारण
शहर पक्का तालाब में अभियान चलाकर सफाई एवं तालाब के पानी को शुद्ध करने के लिए ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया गया था। डीएम के निर्देश पर नगरपालिका परिषद के ईओ के निर्देशन में शहर के तालाब से गंदगी की साफ-सफाई का कार्य तीन दिन पूर्व शुरू किया गया था। साथ ही लोगों से पक्का तालाब पर पहुंचकर पानी में किसी प्रकार की गंदगी नहीं फेंकने की अपील की गई थी, जिससे जलीय जीवों का जीवन संकट में न पड़े। ईओ विनय कुमार मणि त्रिपाठी ने शहर के प्रसिद्ध पक्का तालाब में गंदगी आदि होने पर पालिका कर्मियों से साफ-सफाई कराई थी। इसके साथ ही परिसर में किसी प्रकार की गंदगी न फैले इसके लिए जनता से अपील भी की गई थी। लेकिन लगातार दो दिन से हजारों मछलियां मर रही है। आस पास के लोगों ने बताया कि तालाब का पानी साफ करने के लिए पालिका ने ब्लीच पाउडर का छिड़काव किया था तो सम्भवतः इसी कारण मछलियां मर रही है।
नगरपालिका ईओ विनय मणि त्रिपाठी बोले- ब्लीचिंग पाउडर से मच्छलियां नहीं मरीं
नगरपालिका ईओ विनय मणि त्रिपाठी ने बताया कि साफ-सफाई का कार्य किया जा रहा था। मच्छलियां मरने का कारण ब्लीच पाउडर नहीं बल्कि, तालाब का पानी गर्म होने से मच्छलियों की मौत हुई है। तालाब के पानी को ठंडा करने के लिए लगातार ट्यूबवेल का पानी छोड़ा जा रहा है। साथ ही तालाब की सतह पक्की होने के कारण इसका पानी गन्दा और गर्म हो जाता है।
पानी सफाई के लिए केमिकल हानिकारक
मत्स्य विकास अधिकारी हिमांशु यादव ने बताया गर्मी में पानी का ऑक्सीजन लेवल कम हो जाता है। तलाबों में ऑक्सीजन बढ़ाये जाने सम्बंधी दवाई डाला जाना चाहिए जिससे भीषण गर्मी में मछलियों को सही से ऑक्सीजन मिल सके। अगर तालाब में ब्लीच या अन्य केमिकल पानी को साफ करने के लिए डालेंगे तो निश्चित ही यह मछलियों की मौत का बन जायेगा।
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