फर्रुखाबाद में मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले की शुरूआत:हर रविवार को 4 शहरी और 28 ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर लगेगा मेला, कोविड हेल्प डेस्क भी बनेगी

फर्रुखाबादएक वर्ष पहले
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सीएमओ डॉ सुरेश चंद्रा - Dainik Bhaskar
सीएमओ डॉ सुरेश चंद्रा

फर्रुखाबाद में “मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला” की शुरुआत रविवार (10 अप्रैल ) से हो रही है । अब हर रविवार इसका आयोजन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर होगा। इस बाबत सीएमओ डॉ.सतीश चंद्रा ने कहा कि 10 अप्रैल से हर रविवार सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक जिले के सभी चार शहरी व 28 ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर “मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला” लगेगा।

सामाजिक संगठन रहेंगे तत्पर

इसका उद्देश्य लोगों को घर के नज़दीक ही एक ही स्थान पर स्वास्थ्य की विभिन्न सेवायें प्रदान करना है । स्वास्थ्य मेले में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए विभिन्न स्वास्थ्य सेवायें दी जायेंगी । उन्होंने बताया कि मेले में भीड़ को नियंत्रित करने और व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए स्वैच्छिक संगठन एन.सी.सी., नेहरु युवा केन्द्र, युवक मंगल दल आदि के सदस्यों का सहयोग भी लिया जायेगा । सीएमओ ने जनपदवासियों से अपील है कि वह कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अपने घर के नज़दीक स्वास्थ्य केन्द्र पर आयोजित होने वाले “मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला” में आकर स्वास्थ्य सेवायें प्राप्त करने का लाभ उठाने की बात कही हैं।

बनेंगी हेल्प डेस्क
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व आर.सी.एच. के नोडल अधिकारी डॉ. दलवीर . सिंह ने बताया कि मेलों में प्रवेश द्वार पर पल्स ऑक्सिमीटर और थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था होगी, इसके साथ ही कोविड हेल्प डेस्क भी बनाई जाएँगी। मेलों में आयुष्मान योजना के अन्तर्गत लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाने पर विशेष ज़ोर दिया जायेगा । इसके अलावा गर्भावस्था व प्रसवपूर्व परामर्श, परिवार नियोजन, नियमित टीकाकरण, नवजात एवं बाल स्वास्थ्य से जुड़ी सेवाएं एवं परामर्श भी दिए जायेंगे ।
उन्होंने कहा कि आम जनता को सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं व कार्यक्रमों की सटीक जानकारी देने के लिए रोटेशन के आधार पर ब्लॉक स्तर पर तैनात स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारियों और कम्युनिटी प्रोसेस मेनेजर को तैनात किया जायेगा।

गम्भीर रोगी अस्पताल में होंगे रेफर
एसीएमओ ने बताया कि मेलों में आधारभूत पैथोलॉजी जाँचें, विशेष रूप से रैपिड डायग्नोस्टिक किट आधारित जाँच की सुविधा और औषधियाँ उपलब्ध करायी जाएंगी। गंभीर रोगियों को जिला चिकित्सालयों में पूर्ण उपचार के लिए रेफर किया जायेगा ।

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