फिरोजाबाद में डेंगू की रफ्तार थम गई है। बीते दो दिनों में एक भी मौत नहीं हुई है, लेकिन अब वायरल बुखार का प्रकोप बढ़ रहा है। मेडिकल कॉलेज में रोज 150 से 200 मरीज वायरल बुखार और डायरिया के आ रहे हैं। हेल्थ विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, दो दिनों में 232 मरीजों की जांच की गई। जिसमें 65 को वायरल बुखार निकला है। अन्य को मामूली जुकाम बुखार है। जिला अस्पताल में इस समय 234 मरीज भर्ती डेंगू और वायरल बुखार के भर्ती हैं। जिनका इलाज चल रहा है। बता दें डेंगू से अब जिले में 215 लोगों की जान गई है।
47 दिन बाद डेंगू के मामलों में आई कमी
फिरोजाबाद में 11 अगस्त को पहला डेंगू का केस सामने आया था। जबकि 18 अगस्त को डेंगू से जिले में पहली मौत हुई थी। उसके बाद से लेकर अब तक डेंगू के मामले बढ़ते गए। इस बीच 215 बच्चे, युवा, महिला और बुजुर्गो ने दम तोड़ दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिले का दौरा किया। उसके बाद प्रमुख सचिव और फिर केन्द्र और प्रदेश सरकार की टीमों को फिरोजाबाद भेजा गया। डीएम चंद्रविजय, सीडीओ चर्चित गौड़, सीएमओ डॉ. दिनेश कुमार प्रेमी सहित अन्य विभागों के अधिकारी दौड़ते नजर आए। अब जाकर 47 दिन बाद डेंगू के मामलों में कमी आई है।
3 दिनों में मिले 14 केस
तीन दिन से डेंगू के मामलों में कमी आई है। करीब 14 केस ही ऐसे पाए गए हैं जो डेंगू से पीड़ित मिले हैं जिनका इलाज किया जा रहा है। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एलके गुप्ता ने बताया कि खून की जांच में डेंगू के मरीज कम आ रहे हैं। जबकि वायरल बुखार और डायरिया के केस बढ़ने लगे हैं। मेडिकल कॉलेज में आने वाले प्रत्येक मरीज की जांच कराई जा रही है जिससे पता चल सके कि मरीज को क्या बीमारी है। जांच रिपोर्ट के आधार पर ही उसका इलाज किया जा रहा है।
सीएमओ बोले- गांव में जाकर टीमें लगा रहीं कैंप
सीएमओ डॉ. दिनेश कुमार प्रेमी ने बताया कि अब डेंगू पर हमने काफी हद तक रोक लगा दी है, लेकिन वायरल बुखार और डायरिया जैसी बीमारियां गंदगी से फैलती हैं। इसलिए स्वास्थ्य विभाग की टीम दिन रात काम कर रही है। गांव-गांव जाकर कैंप कर रही है। हम भी लगातार गांवों में भ्रमण कर ग्रामीणों को जागरूक कर रहे हैं कि पानी को एकत्रित न होने दें। टायर, ट्यूब, खाली मिट्टी के बर्तन और प्लाटों में गंदा पानी न रूकने दें ऐसा करने से बीमारी बढ़ने की संभावना अधिक हो जाती है।
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