शिकोहाबाद में पति द्वारा महिला को छोड़ने के बाद महिला अपने ससुर के मकान में कई वर्षों से रह रही है। लेकिन ससुरालीजनों ने मकान को बेच दिया है। जिसके बाद मकान स्वामी ने कोर्ट में मुकदमा डाला और कोर्ट से मकान खाली कराने का आदेश लेकर थाना पुलिस के साथ मकान पर पहुंच गया।
पुलिस को देख महिला ने अपने कुछ रिश्तेदार महिलाओं को बुला लिया। काफी जद्दोजहद के बाद भी महिला मकान खाली करने को राजी नहीं हुई। इसके बाद पुलिस बैरंग लौट गई। मामला मोहल्ला शंभूनगर मेलावाला बाग का है। मकान में शिखा यादव अकेली रहती है। कई वर्षों से अकेली मकान में रह रही है। इस बीच मकान को उसकी सास विमला देवी ने 2019 में नीलम यादव नामक महिला को बेच दिया।
नीलम यादव मकान पर कब्जा लेने के लिए गई तो महिला ने उसे कब्जा नहीं लेने दिया। इसके बाद मकान स्वामी महिला ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट ने वर्ष 2020 में आदेश किया कि मकान पर वादी को दखल और कब्जा दिलाया जाए। लेकिन दो वर्ष तक वादी को कब्जा लेने की सुध नहीं रही। दो वर्ष बाद 13 मई को वादी नीलम यादव अपने परिवार और थाना पुलिस को लेकर मकान पर कब्जा लेने पहुंची। पुलिस ने महिला को मकान खाली करने के लिए कहा, लेकिन महिला शिखा यादव मकान से निकलने के लिए तैयार नहीं हुई।
महिला ने अपने साथ जबरदस्ती घर खाली करने का भी आरोप लगाया है। काफी जद्दोजहद के बाद भी जब महिला नहीं मानी तो पुलिस कुछ दिन की मौहलत देकर लौट गई। उधर नीलम का कहना है कि उसने मकान खरीदा है और अब उस पर कब्जा लेने के लिए उसे भागदौड़ करनी पड़ रही है।
इस संबंध में सीओ कमलेश कुमार ने बताया कि कोर्ट का आदेश है। कोर्ट ने अंतिम निर्णय दिया है कि महिला मकान में रह नहीं सकती है। पुलिस को 15 दिन के अंदर मकान खाली कराकर आख्या भेजनी है। उन्होंने बताया कि महिला ने चार दिन का समय मांगा है, चार दिन बाद मकान खाली करा दिया जायेगा।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.