नोएडा, जेवर और दादरी विधानसभा के वोटरों ने मिलकर होमबायर्स इलेक्टोरल पावर-यूपी इलेक्शन 2022 बनाया। उन्होंने एक घंटे की जूम मीटिंग की। इसमें एक हजार से ज्यादा लोग जुड़े। उन्होंने तय किया कि पहले तीनों विधानसभा के सिटिंग विधायकों और एमएलए प्रत्याशियों को परखा जाएगा। उनको जूम मीटिंग में बुलाएंगे और सिटिंग विधायक से साढ़े 4 साल में उनकी समस्या को लेकर क्या किया और एमएलए की कोशिश करने वालों से समस्या का हल कैसे निकलेगा सवाल-जवाब करेंगे। जो नहीं आएगा या सवालों से बचने की कोशिश करेगा, उसको एक्सपोज किया जाएगा।
कब तक वोटरों को इग्नोर करती रहेंगी सरकारें
नेफोवा के अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने बताया कि पहले बसपा फिर सपा और साढ़े 4 साल से बीजेपी तीनों विधानसभा के होम बायर्स को इग्नोर करती आ रही हैं। इनकी मंशा हो तो यह हमारी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं। इनके बस की बात नहीं कि यह हमे फ्लैट दिलवा सकें। हम अपने फ्लैटों में बगैर रजिस्ट्री के रह रहे हैं, यह मंजूर है। इस बार मुद्दे बुनियादी सुविधाओं को लेकर है। जिसके लिए हम वोट करते हैं। इन बुनियादी सुविधाओं पर बातचीत करने के लिए नेफोवा जूम मीटिंग कर रही है। जिसमें हजारों लोग जुड़ रहे हैं।
5 सालों में अब नहीं सुनना ऐसा जवाब
इसी संवाद में एक वोटर ने कहा कि उनकी सोसायटी में सिटिंग विधायक पहुंचे। वोटर ने उनसे कहा कि साढ़े 4 साल में पहली बार आप यहां आए हैं। इस पर जवाब मिला कि हम तो यहां आते रहते हैं, लेकिन आप ही पहली बार मिले। आगामी 5 साल में ऐसा दोबारा सुनने को न मिले, इसलिए प्रत्याशियों को इस खुले मंच पर बुलाकर उनसे संवाद किया जाएगा। इस मंच में जो नहीं आएगा उसे इसका असर चुनावों में देखने को मिलेगा हम उसे एक्सपोज करेंगे और बताएंगे कि जो हमारी समस्या सुनने नहीं आया वह किसी की समस्या का समाधान कैसे करेगा। नेफोवा के फाउंडर सदस्य इंद्रीश ने बताया कि सालों साल हमे अपनी बात कहते हो गए, लेकिन सरकार हमारी बातों को सिर्फ सुनती है। समस्या का समाधान नहीं करती है। चुनाव आ गए हैं। अब ये फिर आएंगे, लेकिन इस बार हम इनसे सवाल करेंगे।
इन बुनियादी सुविधाओं के सवाल के लिए तैयार रहे सिटिंग विधायक को प्रत्याशी
एक नजर में
नोएडा में 114 बिल्डर परियोजनाएं हैं। जिसमें से 56 परियोजनाएं कंपलीट हैं और शेष निर्माणाधीन हैं। अधिकांश बायर्स सुपरटेक, यूनीटेक, आम्रपाली जैसी बड़े बिल्डरों के हैं, जिनको अभी तक फ्लैट नहीं मिला है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में 80 बिल्डर परियोजनाएं हैं। करीब एक लाख होम बायर्स हैं। अधिकांश को फ्लैट मिला और अब बुनियादी सुविधा के लिए तरस रहे है।
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