ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण गांवों के विकास के लगातार दावे करता रहा है, लेकिन सच्चाई उसे कोसों दूर है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बादलपुर गांव में पानी की निकासी न होने से सड़क के दोनों तरफ पानी भर गया है। जिससे ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्राधिकरण से शिकायत के बाद भी समस्याओं का कोई निस्तारण नहीं किया गया।
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का पैतृक गांव बादलपुर है। यह गांव ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अंतर्गत आता है। गांव में पानी की निकासी न होने से सड़क के दोनों तरफ पानी भर गया है। जिससे आने-जाने वाले ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण कई बार प्राधिकरण से कई बार इसकी शिकायत की जा चुकी है, लेकिन अभी तक पानी की निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं हो पाई है।
पानी निकासी की नहीं है समुचित व्यवस्था
बादलपुर निवासी आलोक नागर ने बताया कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण गांव के विकास के दावे झूठे साबित हो रहे हैं। बादलपुर पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का पैतृक गांव है। जो ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अंतर्गत आता है। गांव में पानी की निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं है। नाले की सफाई सही तरीके से नहीं की जा रही है। जिसके कारण सड़क के दोनों तरफ पानी जमा हो गया है और लोगों को वहां से निकलने में परेशानियां हो रही है।
प्राधिकरण की लापरवाही से नहीं हुई नालियों की सफाई
ग्राम प्रधान ज्ञान सिंह ने बताया कि पानी की निकासी को लेकर कई बार प्राधिकरण से शिकायत की जा चुकी है, लेकिन प्राधिकरण के अधिकारियों की लापरवाही के चलते नालियों की सफाई नहीं की गई। जिससे पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। नालियों को नाले से सही तरीके से नहीं जोड़ा गया है। जिससे पानी सड़कों के किनारे जमा हो जाता है।
प्राधिकरण के खिलाफ हल्ला बोल प्रदर्शन की चेतावनी
ग्रामीणों ने कहा कि प्राधिकरण के द्वारा अगर जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो ग्रामीण प्राधिकरण के खिलाफ हल्ला बोल प्रदर्शन करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्राधिकरण एक तरफ गांव के विकास के बड़े-बड़े दावे करता है, लेकिन धरातल पर गांवों का विकास सही तरीके से नहीं किया गया। बादलपुर गांव में पानी जमा होने से लोगों को आने जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। प्राधिकरण के अधिकारियों ने जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो ग्रामीण इसके लिए भूख हड़ताल प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
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