सुपरटेक के दोनों टावर ध्वस्त किए जाने के दौरान आठ स्थानों पर सड़क बंद की जाएगी। इसमें ध्वस्तीकरण साइट के आसपास के मुख्य सड़कों से लेकर अंदरुनी सड़क पर वाहनों के साथ पैदल लोगों की आवाजाही भी पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगी। सड़क बंद होने के कारण रूट डायवर्जन और यातायात की व्यवस्था को संभालने के लिए अतिरिक्त यातायात पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे।
नौ सेकंड में पूरी इमारत को ध्वस्त कर दिया जाएगा। इसके लिए 3700 किलो विस्फोटक दोनों टावरों में लगाया जा रहा है। जिसमें सियान में विस्फोटक लगाने का काम पूरा कर लिया गया है। 25 अगस्त तक एपेक्स में विस्फोटक लगाने का काम पूरा कर लिया जाएगा।
सुबह सात बजे से आवाजाही बंद
जिन आठ स्थानों पर सड़क बंद की जाएगी, उनमें से छह स्थानों पर सुबह सात बजे से आवाजाही बंद कर दी जाएगी, जबकि दो स्थान (नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे) पर विस्फोट होने के 15 मिनट पहले और करीब 20 मिनट बाद तक बेरीकेडिंग कर वाहनों को रोका जाएगा।
एक्सप्रेस की सर्विस लेन को लेकर बनाया घेरा
एडफिस कंपनी द्वारा बनाए गए प्लान के अनुसार ध्वस्तीकरण स्थल वाले क्षेत्र को सात हिस्सों में बांटा गया है। एमराल्ड कोर्ट और एटीएस ग्रींस विलेज दोनों टावरों के दाएं और बाईं ओर हैं। दोनों टावर के दाईं और बाईं तरफ 250 मीटर, टावर के आगे 450 मीटर और 270 मीटर पीछे एमराल्ड कोर्ट की ग्रीन बेल्ट तक कवर किया गया है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे की सर्विस लेन तक इस घेरे को बनाया गया है।
ये आठ स्थान होंगे बेरीकेड लगाकर बंद
500 से ज्यादा पुलिसकर्मी होंगे तैनात
28 अगस्त को दोनों टावर के ध्वस्तीकरण के दिन टावर के आसपास 500 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। इसके अलावा यातायात को लेकर 150 ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की मांग की है। ताकि सभी डायवर्ट किए गए और बाकी रूट पर कड़ी नजर रखी जा सके। विस्फोट वाले दिन नोएडा एक्सप्रेस-वे को 30 मिनट के लिए बंद किया जाएगा। वहीं मॉक ड्रिल के दौरान भी नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर भी यातायात को आधे घंटे के लिए रोका जाएगा।
ऐसे किया जाएगा रूट डायवर्जन
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