उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) पेपर लीक कांड की जांच अब एसटीएफ के नेतृत्व वाली SIT करेगी। इस SIT में करीब 15 अधिकारी शामिल किए जाएंगे। 28 नवंबर को यूपी TET का सभी जिलों में पेपर था। सुबह 10 बजे पेपर शुरू होने से पहले ही प्रश्नपत्र लीक हो गया। इस वजह से परीक्षा रद करनी पड़ी। यूपी में करीब 21 लाख परीक्षार्थी प्रभावित हुए थे। इस मामले में सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी संजय उपाध्याय, RSM फिनसर्व लिमिटेड के डायरेक्टर राय अनूप प्रसाद समेत करीब 36 आरोपियों की गिरफ्तारी अब तक हो चुकी है।
सबसे ज्यादा मुकदमे प्रयागराज में
टीईटी पेपर लीक कांड में कौशाम्बी जिले के थाना कोखराज, लखनऊ उत्तरी के थाना गाजीपुर, अयोध्या के थाना कोतवाली नगर, नोएडा के थाना सूरजपुर, शामली के थाना कोतवाली, बागपत के थाना बड़ौत और प्रयागराज के थाना धूमनगंज, झूंसी, जॉर्ज टाउन, नैनी व कर्नलगंज में कुल 11 मुकदमे दर्ज हुए हैं। वहीं, अब तक 36 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
SIT में सीओ, विवेचक और STF सदस्य शामिल होंगे
यूपी के एडीजी (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा है कि इन सभी मुकदमों की जांच एसटीएफ को ट्रांसफर की जाए। इन मुकदमों की जांच के लिए एक एसआईटी का भी गठन किया जाता है। इस SITमें प्रत्येक जनपद से एक सीओ, पंजीकृत मुकदमों के विवेचक या सहविवेचक और एसएसपी एसटीएफ के द्वारा नामित एक सदस्य शामिल होगा। इस तरह यह SIT करीब 15 लोगों की होगी। इन सभी मुकदमों की जांच रिपोर्ट एसटीएफ के एडीजी को भेजी जाएगी।
हालांकि, यूपी में बहुचर्चित मामलों पर पूर्व में गठित हुई SIT को देखा जाए तो वे ज्यादा निष्कर्ष तक नहीं पहुंची और जांच ठंडे बस्ते में चली जाती रही हैं।
एसटीएफ ने मारे 12 जगहों पर छापे
फरार आरोपियों की तलाश में 12 ठिकानों पर छापा मारे गए हैं। क्योंकि इस मामले में 3 नामजद समेत कई आरोपी फरार हैं। नोएडा के एक होटल में निलंबित सचिव संजय उपाध्याय और प्रिंटिंग प्रेस के मालिक राय अनूप प्रसाद की मुलाकात की फुटेज के बाद ये मामला और भी ज्यादा गंभीर हो गया। जानकारी के मुताबिक संजय ने पूछताछ में कई अहम राज बताए हैं और एसटीएफ उनकी सत्यता की जांच कर रही है।
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