नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन (NBCC) के रिटायर CGM डीके मित्तल पर CBI और इनकम टेक्स की कार्रवाई पिछले 24 घंटे से जारी है। डीके मित्तल ने एक ऐसी कंपनी को सर्टिफिकेट जारी कर दिया था, जो अयोग्य थी और इस कंपनी ने उसी सर्टिफिकेट के जरिये दिल्ली जल बोर्ड के 38 करोड़ रुपए का टेंडर पा लिया था। CBI ने जल बोर्ड के पांच पूर्व अधिकारियों को भी आरोपी बनाया है। आइये जानते हैं, वह मामला क्या था…
दिल्ली जल बोर्ड ने 2017 में निकाला था टेंडर
दिल्ली जल बोर्ड ने 15 दिसंबर 2017 को इलेक्ट्रो मैग्नेटिक फ्लो मीटर्स की सप्लाई, इंस्टॉलेशन, टेस्टिंग और कमिशनिंग के लिए एक निविदा जारी की थी, जिसका कार्यकाल पांच साल का था। इसमें कुल चार कंपनियों ने अपनी कुटेशन डाली। आखिरकार NKG इन्फ्रस्ट्रक्चर लिमिटेड को यह ठेका 38 करोड़ रुपए में दे दिया गया। टेंडर डालने वाली दूसरी कंपनियों ने इसकी शिकायत दर्ज कराई। आरोप लगाया कि NKG इन्फ्रस्ट्रक्चर लिमिटेड अयोग्य कंपनी है, जिसे ठेका दिया गया है। इस कंपनी ने जो दस्तावेज लगाए हैं, वह भी फर्जी बताए गए।
जांच में अमान्य पाई गई कंपनी
CBI दिल्ली ने विस्तृत जांच-पड़ताल की। पता चला कि NKG इन्फ्रस्ट्रक्चर लिमिटेड को तकनीकि तौर पर पात्र होने का सर्टिफिकेट NBCC के पूर्व जीएम डीके मित्तल ने जारी किया था और पूर्व प्रोजेक्ट एग्जीक्यूटिव सचिन कुमार ने इस पर अपनी रिपोर्ट लगाई थी। दिल्ली जल बोर्ड ने भी इन सर्टिफिकेट की कोई जांच नहीं की और NKG इन्फ्रस्ट्रक्चर लिमिटेड को 38 करोड़ रुपए का टेंडर दे दिया। इस मामले में CBI के SP संतोष हदिमनी ने 6 जुलाई को आठ लोगों पर IPC सेक्शन 120B, 420, PC एक्ट 13(2) और 13(1)(D) के तहत FIR कराई है, जिसमें सीबीआई की छापामार कार्रवाई चल रही है।
इन पर हुई FIR
भ्रष्टाचार की जांच करने गई थी CBI, मिल गए कैश-जेवर
सूत्रों ने बताया, NBCC के पूर्व CGM डीके मित्तल कुछ दिन पहले ही रिटायर हुए हैं और फिलहाल नोएडा के सेक्टर-19 में रह रहे हैं। CBI की एक टीम ने शुक्रवार दोपहर आवास पर छापा मारा। जब यहां से सीबीआई को भारी मात्रा में कैश-ज्वेलरी मिले। उसके बाद सीबीआई ने इनकम टैक्स को सूचित किया।
इसके बाद ही इनकम टैक्स विभाग की टीम शुक्रवार रात में वहां पहुंची और अपनी कार्रवाई शुरू की। जानकारी के अनुसार, अब तक करीब एक करोड़ रुपए, डेढ़ करोड़ रुपए की ज्वेलरी, पांच बैंक खाते, भारी मात्रा में प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले हैं। लॉकरों के बारे में जानकारी हासिल हुई है, जिस पर जांच चल रही है।
नोएडा में पूर्व CGM के घर CBI की रेड:अब तक एक करोड़ कैश जब्त, 1 करोड़ 46 लाख रुपए की ज्वेलरी मिली
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