गाजियाबाद में इंस्टाग्राम की ग्लैमरस रील्स मां-बेटी की हत्या की वजह बन गया। रील्स देखकर पति को पत्नी के कैरेक्टर पर शक होने लगा। उसने पत्नी को रील्स बनाने के लिए मना किया। लेकिन, वह नहीं मानी। कुछ ऐसा ही 15 साल की बेटी के साथ भी था। वह भी मां के साथ रील्स बनाती थी।
रिक्शावाले की पत्नी के मॉडर्न लुक को लेकर आस-पास के लोग भी तरह-तरह के सवाल उठाने लगे। इसी वजह से पति-पत्नी के बीच रोज लड़ाइयां होने लगीं। गुरुवार रात को भी इसी बात को लेकर दोनों में विवाद हुआ तो उसने पत्नी-बेटी की फावड़े से गला काटकर हत्या कर दी। गिरफ्तार आरोपी पति को पुलिस आज कोर्ट में पेश करेगी।
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30 सितंबर की दोपहर घर में मिले थे मां-बेटी के शव
घटना नंदग्राम थाना क्षेत्र के सद्दीकनगर की है। यहां शुक्रवार दोपहर करीब साढ़े 12 बजे रेखा पाल (35 साल) और बेटी ताशु (15 साल) के शव घर में पड़े मिले। रेखा की लाश फर्स्ट फ्लोर पर कमरे में और ताशु की लाश छत पर थी।
पुलिस ने मामले में रेखा के पति संजय पाल को गिरफ्तार कर लिया। शुरुआत में वह हत्या करने की वजह पर पुलिस को बरगलाता रहा, लेकिन पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने सच्चाई उगल दी।
कन्फेक्शनरी शॉप बंद होने के बाद चलाता था ई-रिक्शा
पुलिस पूछताछ में संजय पाल ने बताया, "रेखा से मेरी शादी करीब 20 साल पहले हुई थी। पहले मैं घर के नीचे ही कन्फेक्शनरी की शॉप चलाता था। कोरोना में मेरी दुकान बंद हो गई। इसके बाद मैं घर चलाने के लिए ई-रिक्शा चलाने लगा।
उसने बताया कि मेरे दो बच्चे हैं एक बेटा और एक बेटी। एक घर में होने के बावजूद हम दोनों अलग-अलग रहते थे। पुश्तैनी घर में मैं ग्राउंड फ्लोर पर और पत्नी फर्स्ट फ्लोर पर कमरे में बेटी के साथ रहती थी।"
वारदात के वक्त दादा-दादी के पास गया था बेटा
पुलिस के मुताबिक, जिस मकान में वारदात हुई, यहां सिर्फ संजय पाल, पत्नी रेखा, बेटी और बेटा रहते थे। नजदीक ही एक दूसरा मकान है, जहां पर संजय के मां-बाप रहते थे। वारदात के वक्त संजय का बेटा अपने दादा-दादी के घर पर गया था। वह 12वीं क्लास में पढ़ता है। उसके जाते ही संजय को पत्नी और बेटी को मारने का मौका मिल गया और उसने वारदात को अंजाम दे दिया।
पत्नी नोएडा में करती थी नौकरी
आरोपी संजय ने पुलिस को बताया कि रेखा पहले नोएडा में जॉब करती थी। कोरोना के चलते उसकी नौकरी चली गई थी। जॉब नहीं होने के बावजूद वह अक्सर पालतू डॉग को घुमाने के बहाने नोएडा जाती थी। यह बात उसे अखरती थी। कुछ लोगों ने संजय को बताया था कि उसकी बीवी का कैरेक्टर अच्छा नहीं है। वह उनकी बातों पर भरोसा करने लगा। धीरे-धीरे उसका शक बढ़ता चला गया।
पत्नी का पीछा करने लगा था संजय
आरोपी संजय का शक इतना बढ़ गया कि वह पत्नी का पीछा करने लगा। उसने पुलिस को बताया कि एक बार रेखा का नोएडा तक पीछा किया। रेखा वहां एक नोएडा की हाई-राइज सोसाइटी में जाती थी। संजय ने भी दावा किया कि वहां के सिक्योरिटी गार्ड ने भी रेखा के वहां आने की बात बताई।
संजय ने कई बार पत्नी से पूछा- वह कौन है, जिससे मिलने के लिए जाती है। रेखा ने कभी कुछ नहीं बताया। हालांकि, पुलिस अफसरों का कहना है कि संजय खुद अब बचने के लिए बार-बार बयान बदल रहा है। ऐसे में उसकी कहानी कितनी सही है। जांच के दौरान इसे देखा जाएगा।
इंस्टाग्राम पर मां-बेटी के 2214 फॉलोअर्स
पुलिस ने बताया कि रिक्शा चलाने वाले संजय का शक तब और बढ़ गया जब उसने अपनी पत्नी और बेटी की इंस्टाग्राम प्रोफाइल देखी। यह देखकर तो संजय के होश उड़ गए। जैसे-तैसे दो वक्त की रोटी का इंतजाम करने वाले रिक्शा चालक संजय की बीवी रेखा ने इंस्टाग्राम पर मॉर्डन लुक वाली रील्स बना रखी थीं। एक से बढ़कर एक शानदार ड्रेस में वो रील्स बनाती थी। इंस्टाग्राम पर रेखा के 959 और उसकी बेटी ताशु के 1255 फॉलोअर्स थे।
बेटी ताशु भी अपनी मां रेखा के साथ ज्यादातर रहती थी। इसलिए संजय उस पर भी शक करने लगा था। जिसके चलते उसने बेटी की भी हत्या कर दी।
हत्या से पहले फिर हुई थी लड़ाई
29 सितंबर की रात भी घर में इसी बात को लेकर विवाद हुआ। लड़ाई होने पर ताशु छत पर सोने चली गई। जबकि रेखा और संजय अपने-अपने कमरे में चले गए। 30 सितंबर को तड़के 4 बजे संजय उठा और फावड़ा लेकर सोती हुई रेखा के गले पर वार कर दिया। फिर तकिए से तब तक मुंह दबाये रहा, जब तक की उसकी मौत नहीं हो गई।
इसके बाद संजय छत पर गया। इसी तरह बेटी ताशु को भी मार डाला। वारदात करके वह गेट बंद करके भाग गया। शुक्रवार दोपहर में उसने अपने एक दोस्त को फोन करके बताया कि आज दोनों को मार दिया है। दोस्त ने पुलिस को खबर दी और फिर पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद संजय को गिरफ्तार किया गया।
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साइकोलॉजिस्ट ने कहा– ये एक कुंठित मनोदशा का परिणाम
मेरठ कॉलेज में एसोशिएट प्रोफेसर (साइकोलॉजी) डॉक्टर अनिता मोरल ने कहा, "जैसा कि पति–पत्नी एक ही घर में अलग-अलग तल पर रह रहे थे, इससे मालूम होता है कि दोनों के संबंध पहले से ही अच्छे नहीं थे। ऐसी स्थिति में एक ही घर में रहना तनाव को और अधिक बढ़ाता है। साथ ही जीवन की प्राथमिकताएं और जीवन शैली यदि दोनों की अलग-अलग हों तो एक टकराहट सदैव बनी रहती है। ईर्ष्या और जलन बढ़ सकती है।"
"किसी एक में असुरक्षा की भावना पनप सकती है। अब ये व्यक्तित्व पर निर्भर करता है कि ऐसी स्थिति को कैसे डील किया जाए। ऐसे में स्थिति जब अपने नियंत्रण से बाहर दिखने लगती है तो कुछ ज्यादा गुस्सा करने वाले लोग, अक्षम लोग या आपराधिक प्रवृति के लोग कुंठावश गंभीर अपराध कर बैठते हैं।"
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