गाजीपुर में नौ दिवसीय रुद्र महायज्ञ का शुभारंभ:निकाली गई 12 किमी लंबी कलश यात्रा, महंत बोले- यज्ञ का मतलब त्याग, समर्पण व लोक कल्याण

जमानियां14 दिन पहले
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गाजीपुर में जमानियां अंतर्गत डिल्लाचावल गावं में नौ दिवसीय रुद्र महायज्ञ को लेकर भव्य कलश यात्रा निकाली गई। वैदिक मंत्रोच्चार के जरिए कलश पूजन व मंडप परिक्रमा के बाद श्रद्धालु हाथी, घोड़ा व ढोल-नगाड़े के बीच सभी कतारबद्ध होकर सिर पर कलश लेकर जयकारा लगते हुए चल रहे थे।

कलश यात्रा में शामिल श्रद्धालु डिल्ला चावल यज्ञ स्थल से हरबल्लमपुर - तारनबांध, हरबल्लमपुर, दरौली, हेतिमपुर होते हुए करीब 12 किलोमीटर की दूरी तय कर कस्बा बाजार स्थित यमदग्नि-परशुराम गंगा घाट पर पहुंचे। जहां आचार्यों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच विधिवत गंगा पूजा-अर्चन कर कलशों में गंगा जल भरकर पुन: उसी मार्ग से जयकारा लगाते हुए श्रद्धालुओं की यह कलश यात्रा यज्ञ मंडप पहुंचा।

इस कलश यात्रा में बड़ी संख्या में महिला-पुरुष व बच्चें जलपात्र व निशान लेकर जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। जिससे पूरा इलाका जयकारे से गूंज उठा। माहौल पूरी तरह से भक्तिमय हो गया। यज्ञ समिति के अध्यक्ष राम विलास राजभर ने बताया कि 1008 मंडलेश्वर खडेसरी महंत राघव दास जी महाराज के तत्वाधान में नौ दिवसीय श्री रुद्र महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। भव्य कलश यात्रा में सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। जो कस्बा बाजार स्थित गंगा घाट से जल लेकर यज्ञ स्थल पर पहुंचा।

महायज्ञ में साधु, संत व महात्मा काशी, मथुरा व अयोध्या तथ वृंदावन से पधारे है जो अपने मधुर वाणी से प्रवचन करेंगे। महायज्ञ में नौ कुण्ड बनाये गये हैं। यज्ञ का समापन 21 मार्च को होगा। इस दौरान समिति के अध्यक्ष रामविलाश राजभर ने बताया कि यज्ञ व हवन पूजन से माहौल जहां भक्तिमय हो जाता है, वहीं इससे ज्ञान की भी प्राप्ति होती है।

इसके अलावा उन्होंने कहा कि यज्ञ का तात्पर्य त्याग, समर्पण व शुभ कर्म है। जो लोक कल्याण के लिए बेहद ही जरूरी है। इस अवसर पर कोषाध्यक्ष विरंजन सिंह, ग्राम प्रधान जयशंकर यादव गुड्डू, शम्भू सिंह यादव, सुरेश यादव, जयप्रकाश यादव, रामजी यादव, दरोगा सिंह, सिपाही सिंह, बब्बन सिंह आदि सैकडों लोग मौजूद रहे।

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