कर्नलगंज नगर में बुधवार शाम असत्य पर सत्य की जीत के प्रतीक का महापर्व दशहरा बड़े ही धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। नगर के ऐतिहासिक रामलीला कमेटी ने महापर्व पर रावण वध की लीला दिखाई। जिसमें लगभग 30 फुट विशालकाय रावण की प्रतिमा का भगवान श्री राम और लक्ष्मण के साथ युद्ध हुआ। इसके बाद रावण और भगवान श्री राम के बीच घनघोर द्वंद युद्ध की लीला दिखाई गई।
खास बात यह रही कि दशहरे के अवसर पर लगातार मूसलाधार बारिश होती रही। इस कारण रावण वध की तैयारियां पूरी तरह अव्यवस्थित हो गईं। लेकिन रामलीला कमेटी के बुलंद हौसले और लोगों के उत्साह ने बारिश के दौरान रावण वध की लीला का बड़ा ही भव्य मंचन किया। इसे देखने के लिए हजारों की भीड़ जुटी रही।
एतिहासिक तरीके से मनाया जाता है दशहरा पर्व
कर्नलगंज नगर में हर वर्ष दशहरे के पर्व पर प्रसिद्ध रामलीला कमेटी द्वारा रावण वध की लीला दिखाई जाती है। 30 दिनों तक चलने वाली रामलीला में रामचरितमानस के आधार पर सभी दृश्यों का मंचन होता है।इसके क्रम में रावण वध की लीला भी बड़े ही भव्य तरीके से दिखाई जाती है।
रावण दहन देखने के लिए हजारों लोग आए
इस सैकड़ों वर्षों से संचालित रामलीला में दशहरे के अवसर पर रावण वध की लीला के दौरान भगवान श्री राम तथा रावण के बीच घनघोर युद्ध दिखाई जाती है। जिसमें तीरों तथा अग्नि बाणों की वर्षा होती है। जिसका नजारा कल शाम को भी देखने को मिला। दशहरे के दिन भगवान श्री राम और रावण के बीच हुए युद्ध में रावण वीरगति को प्राप्त होता है। साथ ही 30 फुट विशालकाय रावण की प्रतिमा का भी दहन किया जाता है। इसे देखने के लिए हजारों की संख्या में दर्शकों का सैलाब उमड़ा रहा।
बरिश के दौरान हुआ रावण प्रतिमा का दहन
दशहरे के पर्व पर रावण वध की लीला को लेकर शुरू हुए कार्यक्रम पर बारिश ने पानी फेर दिया। लेकिन रामलीला कमेटी के हौसलों के चलते बारिश के दौरान भी रावण वध की लीला दिखाई गई। एक तरफ जहां बारिश होती रही, दूसरी ओर वहीं भगवान श्री राम और रावण के बीच युद्ध होता रहा।
बारिश के बीच हुआ रावण वध का मंचन
इसके बाद असत्य पर सत्य की जीत के साथ रावण का वध हुआ। रावण की प्रतिमा का दहन भी बड़े ही भव्य तरीके से हुआ। दशहरा पर्व के दौरान प्रभारी निरीक्षक सुधीर कुमार सिंह भी अपनी टीम के साथ मुस्तैद रहे। जगह जगह बैरिकेडिंग की गई थी। सुरक्षा के तमाम इंतजाम थे। बारिश में भी लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ। बारिश में छतरी पकड़कर लोगों ने रामलीला का दृश्य देखा, जो कि आकर्षण का केंद्र रहा।
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