गोंडा जिले में निर्माणाधीन राजकीय मेडिकल कॉलेज का आज जिला अधिकारी उज्ज्वल कुमार ने निरीक्षण किया। इस दौरान लग रहे मैटीरियल की गुणवत्ता परखी, जिसके बाद निर्माण कर रही कार्यदाई संस्था के कर्मचारियों को काम में तेजी लाने के निर्देश दिए।
आपको बता दें कि सर्किट हाउस के सामने 283 करोड़ रुपये की लागत से निर्माणाधीन मेडिकल कालेज को इसी वर्ष से संचालित करने की योजना तैयार की गई है। पहले चरण में 100 छात्रों की कक्षाएं संचालित होगी। इन सबके बीच मेडिकल कालेज को संचालित करने की योजना का ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया गया है। नोडल अधिकारी डॉ. कुलदीप पांडेय ने बताया कि इसी सत्र से मेडिकल कालेज में कक्षाओं का संचालन होना है।
पहले सत्र में सौ छात्रों को मिलेगा प्रवेश
पहले चरण में 100 छात्रों की डॉक्टरी की पढ़ाई शुरू की जाएगी। मेडिकल कालेज में पहले ही 112 पदों का सृजन कर दिया गया है। यहां पर 112 पद असिस्टेंट प्रोफ्रेसर व प्राेफ्रेसर के तय किए गए हैं। 446 पद सीनियर रेजीडेंट, जूनियर रेजीडेंट व मेडिकल आफीसर व 110 पद चीफ फार्मासिस्ट, डेंटल टेक्नीशियन व फार्मासिस्ट के है। 110 पद गैर तकनीकी के पद हैं। मेडिकल कालेज में 778 नियमित पद सृजित किए गए हैं। चार पद प्रतिनियुक्ति से भरे जाएंगे। इसके अलावा 669 पद सेवा प्रदाता से भरे जाएंगे।
काम में तेजी लाने के दिए निर्देश
वहीं जिला अधिकारी उज्ज्वल कुमार ने बताया कि निर्माणाधीन राजकीय मेडिकल कॉलेज का आज औचक निरीक्षण कर निर्माण कार्य की प्रगति रिपोर्ट देखी है। धीमी गति से चल रहे निर्माण को लेकर राजकीय निर्माण निगम को काम में तेजी लाने के साथ साथ अच्छी गुणवत्ता के साथ समय सीमा के अन्दर कार्य को पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
सीएम योगी ने महाराजा देवी बक्श सिंह के नाम से की थी मेडिकल कालेज की घोषणा
सूबे के मुख्यमंत्री ने राजनैतिक मंच से राजकीय मेडिकल कॉलेज को महाराजा देवी बक्श सिंह के नाम से मेडिकल कालेज होने की घोषणा की थी, लेकिन वर्षो के बाद भी गोंडा की जनता को राजकीय निर्माण निगम द्वारा निर्माणाधीन मेडिकल कालेज में महाराजा देवी बक्श सिंह के नाम का बोर्ड लगने का अभी भी इंतजार है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.