विश्व एड्स दिवस पर छात्राओं ने निकाली रैली:गोरखपुर में CMO बोले- बचाव ही एकमात्र उपाय

गोरखपुर6 महीने पहले
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गोरखपुर में गुरुवार को विश्व एड्स दिवस पर CMO कार्यालय से जन जागरण जागरूकता रैली निकाली गई। रैली को CMO आशुतोष दुबे हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जिसमें अयोध्या दास कन्या इंटर कॉलेज की छात्राएं और किन्नर समाज के लोगों ने काफी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

CMO डॉ. आशुतोष दुबे ने बताया, विश्व एड्स दिवस हर साल 1 दिसंबर को मनाया जाता है। यह सभी को पता है कि एड्स हमारे रक्त से होता है। यह किसी को छूने से या किसी के साथ रहने से नहीं फैलता है।

HIV के साथ टीबी बेहद गंभीर

HIV संक्रमित मरीजों को अगर टीबी हो जाए तो उनकी स्थिति काफी गंभीर हो जाती है। क्योंकि, वायरस और टीबी के बैक्टीरिया एक-दूसरे के साथ मिलकर शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं। दोनों शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को धीरे-धीरे खत्म कर देते हैं। इसकी वजह से दवाओं का असर भी ऐसे मरीजों पर कम होता है।

TV के लक्षण वाले मरीजों को भी खतरा

इस साल 84 HIV संक्रमित मरीजों की लक्षणों के आधार पर टीबी जांच कराई गई। इनमें 14 मरीज टीबी ग्रसित मिले हैं। इन मरीजों की प्रतिरोधक क्षमता बेहद कमजोर मिली है। साथ ही इन पर दवाओं का असर भी बेहद कम है। ये वायरस और बैक्टीरिया शरीर के सीडी काउंट-चार को तेजी से कम करते हैं। शरीर में सीडी काउंट-चार ही बीमारियों से रक्षा करता है।

बचाव ही इलाज

HIV होने के बाद सीडी काउंट-चार नाम की कोशिका नष्ट हो जाती है। यही, कोशिका शरीर को रोगों से बचाती है। इसी तरह टीबी भी शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को नष्ट करती है। दोनों मरीज के दिमाग में भी पहुंच जाते हैं। इसकी वजह से ऐसे मरीजों को न्यूरो संबंधी समस्याएं भी हो रही हैं। इसलिए बचाव ही इसका एकमात्र इलाज है।