गोरखपुर में CDO संजय मीणा के आवास के बाहर बैठकर एक शख्स ने नमाज पढ़ी। राहगीरों ने इसका वीडियो बना लिया। मामला संज्ञान में आते ही पुलिस ने नमाज पढ़ने वाले व्यक्ति की तलाश शुरू कर दी है। SP सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया, "यह वीडियो शुक्रवार जुमे के दिन का है। CDO आवास के आसपास लगे CCTV फुटेज की मदद से नमाज पढ़ने वाले व्यक्ति की तलाश की जा रही है। यूपी में सार्वजनिक स्थलों पर पूजा-पाठ और धार्मिक आयोजनों पर प्रतिबंध है।''
राहगीरों ने किया विरोध
दरअसल, कैंट इलाके के बेतियाहाता हनुमान मंदिर रोड पर कमिश्नर सहित अन्य अधिकारियों के सरकारी आवास हैं। शुक्रवार को CDO संजय मीणा (IAS) के सरकारी आवास के गेट पर एक व्यक्ति अकेले बैठकर नमाज पढ़ रहा था। लोगों ने नमाज पढ़ने का विरोध किया और पूछा कि वह यहां नमाज क्यों पढ़ रहा था? इस पर उस शख्स ने कहा कि, "शहर के बाहर से यहां इलाज कराने आया हूं। जुमे की नमाज पढ़ने के लिए कोई मस्जिद नहीं मिली और न ही कोई ऐसी जगह दिखी। इसलिए वह यहां नमाज पढ़ने लगा।"
शुक्रवार को प्रयागराज जंक्शन पर 15 लोगों ने पढ़ी थी नमाज
अभी शुक्रवार को ही प्रयागराज जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर एक पर बने वेटिंग रूम में भी करीब 15 लोगों ने नमाज पढ़ी थी। उस वक्त GRP-RPF के जवान भी वहीं मौजूद थे, लेकिन किसी ने रोका नहीं। नमाज का वीडियो भी सामने आया था। इसमें एक मौलाना नमाज पढ़वाते हुए दिख रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, 15 नाबालिग समेत 31 लोगों को ह्यूमन ट्रैफिकिंग की शिकायत पर महानंदा एक्सप्रेस से प्रयागराज में उतारा गया था। नाबालिग बच्चों को बाल सुधार गृह में भेजा गया है।
लुलु मॉल की नमाज पकड़ चुकी है तूल
12 जुलाई को लखनऊ के लुलु मॉल के तीसरे फ्लोर पर नमाज पढ़ने का वीडियो सामने आया था। जांच में इनकी पहचान हुई। पकड़े गए लोगों की पहचान मोहम्मद रेहान, आतिफ खान, मोहम्मद लुकमान और मोहम्मद नोमान के रूप में हुई है। इनमें से रेहान, आतिफ खान और नोमान इंदिरा नगर लखनऊ के रहने वाले हैं। लोकमान लहरपुर, सीतापुर का रहने वाला है। इन्हें जेल भेजा गया है। इस मामले में हिंदूवादी संगठनों ने हंगामा और प्रदर्शन किए थे।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.