उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में शाहपुर थाने की पुलिस ने दरोगा भर्ती की आनलाइन परीक्षा में धांधली करने के आरोपितों को गुरूवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दोनों को शुक्रवार की सुबह कोर्ट में पेश कर जेल भिजवा दिया। दोनों की पहचान जौनपुर के जामडीह निवासी भानु प्रताप यादव व नालंदा बिहार के भुई निवासी राजन कुमार के रुप में हुई है। पुलिस के मुताबिक साल्वरों को दूसरों के नाम पर परीक्षा देने के एवज में महज 15 हजार रुपए मिलते थे।
हालांकि पकड़े गए आरोपितों को इस गैंग के बारे में कोई खास जानकारी नहीं है। सिर्फ अपने आका के कहने पर साल्वर किसी की भी जगह परीक्षा देने बैठा देते थे। इनका काम महज साल्वर खोजना होता था। जिसके एवज में इन्हें तय कमीशन मिलता था।
गुरूवार को थी परीक्षा
पुलिस के मुताबिक गुरूवार को कई आनलाइन सेंटरों पर दरोगा भर्ती की परीक्षा थी। इस दौरान शाहपुर स्थित तिकोनिया सेटर राप्तिनगर फेज - 4 के पार्वती ऑनलाइन सेन्टर पर चल रही परीक्षा के द्वितीय पाली में करीब 12 बजे एक व्यक्ति ने भानु प्रताप यादव के नाम से अपनी वायोमेट्रिक जांच कराई और अंदर चला गया और कुछ समय के बाद ही बाहर जाने लगा। इसके कुछ देर बाद दूसरा व्यक्ति जिसके प्रवेशपत्र पर भी भानू प्रताप यादव नाम अंकित था, वह भी प्रवेश किया।
परीक्षा के समय ही पकड़े गए थे साल्वर
संदेह होने पर पुलिस परीक्षा केन्द्र प्रभारी निरीक्षक राजेन्द्र प्रताप सिंह यादव ने दोनों को पकड़ लिया। पूछताछ में एक ने अपना नाम राजन कुमार बताया और दूसरे ने खुद को भानू प्रताप यादव बताया। पुलिस के अनुसार राजन साल्वर था और भानू की जगह परीक्षा देने आया था। पुलिस ने दोनों के खिलाफ धारा 419/420/467/468/471/116/474 के आरोप में केस दर्ज किया है। पुलिस का दावा है कि दोनों से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर जल्द ही इस गैंग के अन्य सदस्यों को भी पकड़ लिया जाएगा।
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