बारिश और तेज हवाओं से गोरखपुर में दिन के साथ ही रात का पारा अपडाउन हो रहा है। इससे अब ठंड का एहसास काफी अधिक होने लगा है। नेपाल सीमा के सटे जिलों में सुबह 9 बजे तक दृश्यता 150 से 200 मीटर तक दर्ज की गई। इस दौरान सुबह 6 बजे तक तापमान 7 डिग्री रिकार्ड गया।
मौसम विभाग के मुताबिक गोरखपुर और आसपास के क्षेत्रों में 10 जनवरी तक सूर्य के दर्शन नहीं होंगे। आसमान में बादल और 12 से 17 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से पश्चिम और उत्तर की तरफ से चलने वाली हवाओं की वजह से तापमान में गिरावट होने का अनुमान है। इससे मौसम सर्द रहेगा। मौसम सर्द होने की वजह पहाड़ों पर होने वाली बर्फबारी है।
पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी
मौसम विभाग के मुताबिक पहाड़ों पर लगातार बर्फबारी हो रही है। इससे वहां से आने वाली ठंडी हवा हरियाणा, दिल्ली होते हुए उत्तर प्रदेश और बिहार की तरफ प्रवाहित हो रही है। इसके साथ ही नेपाल से आने वाली हवाओं की वजह से गोरखपुर, बस्ती, महाराजगंज, श्रावस्ती, बलरामपुर, देवरिया सहित 13 जिलों में तापमान में गिरावट होने का अनुमान है।
हालांकि, इस दौरान दिन में 12 से 2 बजे तक आसमान साफ रहेगा। और हवा की रफ्तार सुस्त होने से कुछ देर तक सर्द से राहत मिलने की उम्मीद है। लेकिन, शाम होते ही एक बार फिर से ठंड का एहसास होगा। इस दौरान खुले स्थान, नदी, तालाब के आसपास की दृश्यता 250 से 400 मीटर रहेगी। गोरखपुर में शनिवार को अधिकतम तापमान 19 डिग्री और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री होने की संभावना है।
ठंड से बचने का जुगाड़ तलाश रहे लोग
उधर, तापमान गिरने और कड़ाके की ठंड से बचने के लिए लोग तरह- तरह की जुगत कर रहे हैं। बाजारों में गरम कपड़े से लेकर हीटर और ब्लोअर की डिमांड बढ़ गई है। गर्म कपड़ों की दुकानों पर खरीदारों की काफी भीड़ इक्क्ठा हो रही है। इस दौरान टोपी, मफलर और गल्बस की खरीदारी अधिक हो रही है। वहीं, घरों में ठंड से निपटने के लिए लकड़ी और कायले की डिमांड भी काफी बढ़ गई है। बढ़ती डिमांड के साथ ही लकड़ी और कोयले के रेट भी आसमान छूने लगे हैं। जलाने की लकड़ी जहां 12 से 15 रुपए किलो बिक रही है, वहीं इमली का कोयला 50 से 60 रुपए किलो बिक रहा है।
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