उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में CM योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को शहीद अशफाक उल्ला खान जू का दौरा किया। इस दौरान योगी ने तेंदुए के शावक को दूध पिलाया। उन्होंने तेंदुए के दो बच्चों का नाम चंडी और भवानी भी रखा। उन्हें चिड़ियाघर के अस्पताल में रखा गया है। सीएम योगी इससे पहले 18 मार्च को गोरखपुर चिड़ियाघर आए थे। तब उन्होंने हर और गौरी नाम के दो गैंडों को केला खिलाया था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मार्च 2021 को गोरखपुर चिड़ियाघर का लोकार्पण किया था। 20 जून की रात गीता नाम की सफेद बाघिन को लखनऊ चिड़ियाघर से गोरखपुर चिड़ियाघर लाया गया। इस व्हाइट टाइगर को अनुकूलन के लिए पहले क्वारंटीन किया गया और फिर क्राल में रखा गया। आज सीएम योगी ने सफेद बाघिन गीता को क्राल से मुख्य बाड़े में प्रवेश कराया।
बुधवार को दौरे पर चिड़ियाघर पहुंचे योगी ने शावक को गोद में उठाया। इसके बाद बोतल से उन्हें दूध पिलाया। जिसका वीडियो भी सामने आया है। इस दौरान उनके साथ डॉक्टर और अन्य अधिकारी भी नजर थे।अब गोरखपुर चिड़ियाघर में व्हाइट टाइगर के मुख्य बाड़े में पहुंचते ही गुरुवार से पर्यटक इसका दीदार भी कर सकेंगे।
योगी ने शावक को कैट मिल्क रिफ्रेशर पिलाया
चिड़ियाघर के पशु चिकित्साधिकारी डॉ. योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि सीएम योगी ने जो दूध शावक को पिलाया है, वो ‘कैट मिल्क रिफ्रेशर‘ है। चूंकि सभी जानवरों को गाय-भैंस का दूध नहीं दिया जा सकता, ऐसे में जानवरों के पीने के लिए यह रेडीमेड दूध आता है। ताकि वह स्वस्थ्य रहें। यह एक तरह का पौष्टिक आहार होता है। इसमें कई तरह के कैल्शियम और विटामिन पाए जाते हैं।
डॉल्फिन दिवस पर प्रदर्शनी का भी किया निरीक्षण
चिड़ियाघर में प्रदर्शनी और स्टॉल भी लगाए गए थे। सीएम ने यहां लगे वन्यजीवों से संबंधित स्टॉलों का निरीक्षण किया। उनके बारे में एक-एक कर जानकारी हासिल की। वन्यजीव संरक्षण एवं पर्यावरण के क्षेत्र में कार्यरत संस्था हेरिटेज फाउंडेशन की संरक्षिका डॉ अनिता अग्रवाल ने बताया कि 5 अक्टूबर को भारत में पहली बार राष्ट्रीय डॉल्फिन दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।
मीठे पानी में पाई जाती है डॉल्फिन
ऐसे में हेरिटेज फाउंडेशन इस दिन गोरखपुर से गंगेय डॉल्फिन के लिए जागरूकता अभियान की शुरूआत कर रही है। भारत में ज्यादातर गांगेय डॉल्फिन गंगा एवं उसकी सहयोगी नदियों में मिलती हैं। गांगेय डॉल्फिन, डॉल्फिन की मीठे पानी की एक प्रजाति है। यह असम, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में लंबी गहरी नदी में देखी जाती है।
100 दिन की कार्ययोजना में शामिल था व्हाइट टाइगर
दरअसल, गोरखपुर में चिड़ियाघर स्थापित करने का श्रेय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ही है। मार्च 2021 को उन्होंने इसका लोकार्पण किया था। उनकी पहल पर 100 दिन की कार्ययोजना में गोरखपुर चिड़ियाघर को व्हाइट टाइगर की सौगात देने का निर्णय लिया गया था।
18 मार्च को गैंडों को केला खिलाए थे सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पशुओं के प्रति स्नेह भाव के लिए भी जाने जाते हैं। इससे पहले वे 18 मार्च को गोरखपुर चिड़ियाघर आए थे। तब उन्होंने हर और गौरी नाम के दो गैंडों को केला खिलाया था। सीएम ने दोनों गैंडों को प्यार से उनका नाम लेकर बुलाया तो वे बाड़े में उनके पास आ गए थे।
बैंकॉक में बाघ के बच्चे को पिलाया था दूध
एक बाघ को दूध पिलाने की फोटो योगी की उस समय की है, जब वे बैंकॉक गए थे। पशु प्रेमी योगी जब वहां घूमने नेशनल पार्क पहुंचे, तो उन्होंने बाघ के शावक को बोतल से दूध पिलाया। बताते चलें कि बैंकॉक के जू में मौजूद टाइगर इतने ट्रेंड होते हैं कि वहां जाने वाला कोई भी शख्स उनके साथ मौज-मस्ती करते हुए फोटो शूट करा सकता है।
बंदर को गोद में बैठा काम करते थे योगी
गोद में बंदर बिठाकर काम करने वाली फोटो उस समय की है, जब योगी गोरखपुर के सांसद थे। एक बंदर बिजली का करंट लगने से चोटिल हो गया था। वे गोरखनाथ मंदिर में योगी के दफ्तर के सामने बैठा था। अचानक उनकी नजर बंदर पर पड़ी, तो उन्होंने उसे उठाकर उसकी देख-रेख की और उसे खाने को फल दिया।
कुछ दिनों तक बंदर मंदिर परिसर में ही रहा और योगी उसे रोजाना फल खिलाते थे। इस बीच योगी और वे बंदर एक दूसरे के इतने करीब हो गए कि वे जब भी उन्हें देखता आकर उनकी गोद में बैठ जाता। योगी भी उसे गोद में बैठाकर ही अपने दफ्तर के काम निपटाते थे।
अभी भी करते हैं गो-सेवा
योगी के पास यहां गोरखनाथ मंदिर में 500 से अधिक गाय हैं। वे जब भी गोरखपुर आते हैं.. थोड़ा वक्त निकालकर उनके बीच जरूर जाते हैं। गो-सेवा भी करते हैं। योगी गोरखपुर में रहते हुए सुबह गायों को चना और गुड़ खिलाते हैं। इसके अलावा उनके पास आज भी दो कुत्ते कालू और गुल्लू हैं।
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