20 तस्वीरों में देखें...कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट:3600 वर्ग मीटर में फैला है एयरपोर्ट, नए टर्मिनल से 300 यात्री आने-जाने की सुविधा होगी
आज पीएम मोदी कुशीनगर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शुभारंभ करेंगे।
भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शुभारंभ करेंगे। इसके बाद पीएम मोदी महापरिनिर्वाण मंदिर में दर्शन, पूजन के बाद यहां तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय बौद्ध कॉन्क्लेव व अधिधम्म दिवस का शुभारंभ करेंगे। रामकोला रोड स्थित नारायणपुर (बरवा फॉर्म) में होने वाली जनसभा के दौरान ही वह मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास व 12 अन्य विकास परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण भी करेंगे। प्रदेश के सबसे बड़े रनवे (3200 मीटर) वाले यह एयरपोर्ट 589 एकड़ में 260 करोड़ रुपए की लागत से बनकर तैयार हुआ है।
एयरपोर्ट 3600 वर्ग मीटर में फैला हुआ है। 300 यात्रियों के आने-जाने की नए टर्मिनल से सुविधा होगी। एक अनुमान के मुताबकि हर साल 50 हजार विदेशी पर्यटक आते हैं।
तस्वीरों में देखें कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की झलक...
योगी सरकार ने 24 जून 2020 को इसे इंटरनेशनल एयरपोर्ट घोषित किया था। इस एयरपोर्ट के चालू होने से पर्यटन क्षेत्र में संभावनाएं बढ़ेंगी।
प्रदेश के सबसे बड़े रनवे (3200 मीटर) वाले यह एयरपोर्ट 589 एकड़ में 260 करोड़ रुपए की लागत से बनकर तैयार हुआ है।
बौद्ध अनुयायियों को कुशीनगर आने में सहूलियत होगी। बौद्ध सर्किट के लुंबिनी, बोधगया, सारनाथ, कुशीनगर, श्रावस्ती, राजगीर और वैशाली की यात्रा कम समय में हो सकेगी।
कुशीनगर एयरपोर्ट पर बने रनवे की क्षमता 8 फ्लाइट प्रतिघंटा है।
एक साथ चार फ्लाइट लैंड कर सकती हैं और चार फ्लाइट टेक-ऑफ कर सकती हैं।
यहां भगवान बुद्ध की प्रतिमा लगाई गई है।
कुशीनगर विश्व प्रसिद्ध बौद्ध तीर्थ स्थल है। यहां भगवान गौतम बुद्ध का महापरिनिर्वाण हुआ था।
गोरखपुर से कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की दूरी सिर्फ 55 किलोमीटर।
एयरपोर्ट के एप्रन पर चार बड़े हवाई जहाज एकसाथ खड़े हो सकते हैं।
प्रदेश के सबसे बड़े रनवे (3200 मीटर) वाले इस एयरपोर्ट के क्रियाशील होने के साथ ही पर्यटन विकास, निवेश, रोजगार का बड़ा प्लेटफॉर्म तैयार हो रहा है।
एशियाई देशों से सीधे बढ़ेगी इंटरनेशनल कनेक्टिविटी।
पर्यटकों को कुशीनगर पहुंचने में भी काफी सहूलियत होगी।
कुशीनगर एयरपोर्ट से इंटरनेशनल उड़ानें शुरू होने से श्रीलंका, जापान, ताइवान, दक्षिण कोरिया, चीन, थाईलैंड, वियतनाम, सिंगापुर सहित दक्षिण पूर्व एशियाई देशों से सीधे इंटरनेशनल कनेक्टिविटी बढ़ेगी।
घरेलू उड़ान शुरू होने से बौद्ध सर्किट के लुंबिनी, बोधगया, सारनाथ, कुशीनगर श्रावस्ती, राजगीर, संकिसा एवं वैशाली की यात्रा पर्यटक पहले से कम समय में पूरी कर सकेंगे।
कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
उड़ानों को लेकर एयरलाइंस कंपनियों से बातचीत अंतिम दौर चल रही है।
कुशीनगर विश्व प्रसिद्ध बौद्ध तीर्थ स्थल है। यहां भगवान गौतम बुद्ध का महापरिनिर्वाण हुआ था।
इंटरनेशनल एयरपोर्ट के जरिये इसे पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास के लिए नया द्वार बनाने की मंशा है।
कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पर्यटन विकास के साथ पूंजी निवेश की भी अपार संभावनाएं बढ़ेंगी।
इस एयरपोर्ट पर पहले इंटरनेशनल फ्लाइट के रूप में श्रीलंकाई सरकार के विमान की लैंडिंग व टेकऑफ होगा।