हरदोई की वैशाली अभी भी यूक्रेन में:गिरफ्तारी की खबरें झूठी, पिता बोले- ये सब भाजपा की चाल है, वो हार रहे हैं तभी ये सब कर रहे हैं

हरदोईएक वर्ष पहले
वैशाली यादव की फाइल फोटो।

हरदोई के जो स्टूडेंट्स यूक्रेन में फंसे हुए हैं, उनमें एक नाम वैशाली यादव का खासा चर्चा में है। वैशाली सांडी विकासखंड में पड़ने वाले गांव तेरा पुरसौली की प्रधान है। लिहाजा तमाम विपक्षी तरह-तरह के पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे हैं। बुधवार सुबह सोशल मीडिया पर एक नई खबर आई। जिसमें ये कहा गया कि बुधवार को वैशाली को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि वैशाली अभी भी यूक्रेन के रोमानिया में हैं। वैशाली ने एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमें वो बता रही हैं कि...

'मैं वैशाली यादव, मैंने कुछ दिन पहले भारत सरकार से मदद मांगी थी। मेरे वीडियो को गलत तरीके से फैलाया जा रहा है। लोग उसको भाजपा के खिलाफ बता रहे हैं। ये लड़की इंडिया में है और यहीं रहकर ऐसे वीडियो बना रही है। मैं बता दूं मैं यूक्रेन में ही थी, अब मैं रोमानिया आ गई हूं और सेफ हूं। मैं बस आप लोगों से ये कहना चाहती हूं कि आप लोग हर चीज को गलत तरीके से न दिखाइए। मेरी जगह आप भी हो सकते हैं। आप उन बच्चों के बारे में सोचिए जो यहां पर फंसे हुए हैं अभी भी। जो भी फैल रहा है वो गलत है आप लोग उसको सपोर्ट न करें। '

सबको बस राजनीति करनी है

सोशल मीडिया पर वैशाली के अरेस्टिंग की खबर तेजी से वायरल हो रही थी। जिसके बाद भास्कर ने हरदोई के पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी से बात की। उन्होंने बताया कि अभी वैशाली यादव यूक्रेन में ही है। लिहाजा इस तरह की तमाम खबर फर्जी हैं। वहीं वैशाली के पिता बोले कि ये सब विपक्षियों की साजिश है। मेरी बेटी वहां पर फंसी हैं और लोगों को उसमें भी राजनीति दिख रही है।

क्या किया है मेरी बेटी ने

वैशाली यादव के पिता महेंद्र सिंह ने बताया की रात 1 बजे वैशाली की फ्लाइट थी। ये फ्लाइट रोमानिया से आनी थी। उनकी बेटी एयरपोर्ट पर मौजूद थी, लेकिन बर्फबारी होने की वजह से फ्लाइट ना आ सकी। महेंद्र सिंह यादव ने कहा कि उनकी बेटी की अरेस्टिंग किस बात पर होगी, उसने कोई फ्रॉड किया है क्या? कोई चीटिंग की है क्या? क्या किया है उसने? जो वो गिरफ्तार हो जाएगी।

क्या प्रधान बेटी पढ़ नहीं सकती

किसी प्रधान को कहीं जाने के लिए किसी परमिशन की जरूरत नहीं होती है। उन्होंने कहा क्या कोई प्रधान या उनकी बेटी पढ़ नहीं सकती है। क्या प्रधान बनने के बाद पढ़ने पर बंदिशें लग जाती हैं। प्रशासन इस बात की जांच कराए कि क्या कोई वित्तीय घोटाला हुआ है। कोई फर्जी दस्तखत किए गए? मनरेगा में जो काम होता है उसमें प्रधान के दस्तखत होते हैं, लेकिन अभी हमारी ग्राम पंचायत में कोई भी मनरेगा का कार्य नहीं हुआ है।

महेंद्र सिंह यादव ने कहा कि दो मीटिंग में प्रधान का रहना अनिवार्य होता है। उनकी बेटी एक मीटिंग अटेंड करके जा चुकी है। एक मीटिंग आने के बाद करेगी। तमाम तरह की खबरें फर्जी तरह से उड़ाई जा रही हैं। इनको उड़ाने वाले सिर्फ भाजपा के नेता हैं, क्योंकि वो बुरी तरह चुनाव हार रहे हैं. इसीलिए वो अपनी खींज इस तरह निकाल रहे हैं।