इस समय मौसम ने करवट ली है। प्रदेश के 7 शहरों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। हाथरस जिले में शनिवार की देर रात से रुक-रुक चल रही बारिश के कारण खेतों में खड़ी फसलें जलमग्न हो गईं। बारिश से खेतों में पकी खड़ी गेहूं की फसल बिछ गई। यहां तक कि सरसों की फसल को भी नुकसान हुआ है। आलू की खुदाई भी बारिश के चलते पूरी तरह से थम गई है। जौ की कटी फसल खेतों में जलमग्न हो गई है।
बेमौसम हुई बारिश ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें दे दी हैं। इन दिनों खेतों में आलू की खुदाई का कार्य चल रहा है। आलू की खुदाई का कार्य बारिश के कारण थम गया है। वहीं, खेतों में पड़े आलू भी बारिश के कारण खराब होने की कगार पर पहुंच गए हैं। इस कारण आलू में सड़न आने की संभावना भी बन गई है। वहीं दूसरी ओर से खेतों में गेहूं की पकी फसल भी तेज बारिश के कारण पूरी तरह से बिछ गई है। गेंहू किसान फसल के बिछने के कारण परेशान हैं। इस बारिश से सरसों व जौ की पकी फसल को भारी नुकसान हो रहा है।
सरसो और जौ की फसल पूरी तरह से बर्बाद
किसान बाल किशन ने बताया कि इस बारिश से सरसो व जौ की पकी फसल को भारी नुकसान हो रहा है। खेतों में जौ की पकी फसल इस बारिश से बेकार हो गई है। आलू की खुदाई खेतों में चल रही है। इस बारिश के कारण खुदाई तो रुक ही गई है। यहां तक फसल भी बेकार हो रही है।
वहीं, किसान महेश कुमार ने बताया कि उसने 12 बीघा गेंहू की खेती की। बारिश के कारण फसल बर्बाद हो गई। बैंक से लोन और अन्य लोगों से पैसा उधार लेकर खेती की थी। हमारा सब बर्बाद हो गया। इस मामले में आरके सिंह, जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि शासन की ओर से बारिश से बर्बाद हुई फसल का आकलन करने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं। बारिश बंद होने के बाद फसल नुकसान का आकलन किया जाएगा।
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