हाथरस में बीएसए ऑफिस परिसर में खुदाई के दौरान जिस जगह हनुमान जी की मूर्ति निकली है। उस स्थान पर हिंदूवादी संगठन के लोग मंदिर बनवाने की मांग कर रहे हैं। हालांकि हनुमान जी की मूर्ति को प्रशासन ने रमनपुर के चामुंडा मंदिर में रखवा दिया है।
हिंदूवादी संगठन के लोगों ने बताया कि हमने यहां के हिंदू भाइयों से बात कर ली है। सभी लोग मिलकर यहां मंदिर बनवाएंगे। करीब 40 साल पहले यहां हनुमान जी का मंदिर था। अब दोबारा यहां मूर्ति प्रकट हो गई है। मूर्ति निकलने के बाद तमाम हिन्दू समाज के लोग हनुमान जी की मूर्ति देखने पहुंचे हैं।
हनुमान मंदिर के पक्ष में किन्नर समाज
हनुमान मंदिर बनाए जाने के पक्ष में किन्नर समाज के लोग भी नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि यहां जल्द भव्य मंदिर बनाया जाएगा।
हिंदूवादी संगठन की मांग को शासन को भेजा जाएगा
एसडीएम सदर राजकुमार यादव ने बताया कि बीएसए ऑफिस परिसर में हनुमान जी की मूर्ति निकली थी। मूर्ति को चामुंडा देवी मंदिर में रखवा दिया गया है। अगर हिंदूवादी संगठन कोई मांग कर रहे हैं तो उनकी मांगों को शासन को भेजा जाएगा।
सपने में हनुमान जी के आने का दावा
दरअसल, मीतई निवासी बाबा पंकज ने दावा किया था कि पिछले कई दिनों से उनके सपने में हनुमान जी आ रहे थे। सपने में हनुमान जी कह रहे थे कि मैं धरती के अंदर दबा हुआ हूं, यहां मेरा दम घुट रहा है। मुझे बाहर निकालो। लेकिन जगह साफ नहीं थी। हालांकि बाबा का कहना है कि सपने में जो जगह दिख रही थी, वह मैंने कभी देखी नहीं थी। इसलिए पहचान नहीं पा रहा था।
हनुमान जी ने सपने में दिखाई थी जगह
उन्होंने कहा था कि पिछले तीन दिनों से हनुमान जी सपने में कई बार आने लगे। मैंने उनसे प्रार्थना की कि कृपया सही जगह बताएं। जिससे मैं आपकी मूर्ति को धरती से बाहर निकाल सकूं। तब हनुमान जी ने मुझे एक जगह सपने में दिखाई। इसके बाहर बीएसए का बोर्ड लगा हुआ था।
खुदाई में निकली थी हनुमान जी की मूर्ति
जिसके बाद बाबा कुछ लोगों के साथ शुक्रवार को बीएसए ऑफिस आये और यहां की जमीन की खुदाई कराने लगे। विभागीय अधिकारियों ने उनको रोक दिया। मौके पर तमाम हिंदूवादी संगठन के लोग इकट्ठा हो गए थे। हिंदूवादी संगठन ने डीएम से खुदाई की परमिशन लेकर जमीन की खुदाई कराई। खुदाई में हनुमान जी की मूर्ति धरती से बाहर निकल आई। लोगों ने उसे पेड़ के नीचे स्थापित का दिया।
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