जौनपुर के करंजाकला ब्लॉक में स्ट्रीट लाइट लगवाने के मामले में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। पथ प्रकाश की योजना में मानक के विपरीत और मनमाने तरीके से ग्राम पंचायत में स्ट्रीट लाइट लगवाने के मामले में 5 ग्राम विकास अधिकारियों से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है। जांच में यह मामला सामने आया है कि मुनाफे के लिए तय की गई कंपनियों की स्ट्रीट लाइट ना लगवा कर खराब दर्जे की स्ट्रीट लाइट को ब्लॉक में लगाया गया है।
5 अधिकारियों से मांगा स्पष्टीकरण
करंजकला ब्लॉक के अंतर्गत 95 गांव आते हैं। मिशन कायाकल्प और पंचायत भवनों को पूरा करने की बजाय स्ट्रीट लाइट पर भारी-भरकम धनराशि ब्लॉक में खर्च की गई है। उजाले की योजना में भ्रष्टाचार के अंदेशे के चलते 5 अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। राकेश रोशन, प्रदीप श्रीवास्तव, नंदकिशोर, उमेश सोनकर और अश्वनी सिंह स्पष्टीकरण मांगा गया है। इसके साथ ही पूरे काम की जांच कराने का फैसला भी लिया गया है।
लाइट लगने के बाद मिली जानकारी
स्ट्रीट लाइट लगवाने के मामले में जमकर खेल हुआ। मामला लाइट लगने के बाद BDO के संज्ञान में आया है। डीपीआरओ को वीडियो के बारे में जानकारी दी गई है।करंजकला ब्लॉक के प्रभारी BDO राम दरस यादव ने बताया कि लाइट लगने के बाद यह जानकारी उन्हें मिली है।
दोषियों पर होगी कार्यवाई
इस मामले में डीपीआरओ संतोष कुमार ने बताया कि मामला गंभीर है। इसकी जांच की जा रही है। जांच के बाद दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। स्ट्रीट लाइट कैसे और किस क्वालिटी की लगी है इस मामले की जांच भी होगी। उन्होंने बताया कि 5 ग्राम विकास अधिकारियों से इस बाबत स्पष्टीकरण मांगा गया है। भ्रष्टाचार के किसी भी मामले को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.