झांसी में कोरोना वैक्सीनेशन में फिर फर्जीवाड़ा सामने आया है। करीब आठ माह पहले मर चुके व्यक्ति को कोरोना वैक्सीन लग गई। इसका खुलासा तब हुआ तब मृतक के परिजन स्वास्थ्य विभाग पहुंच गए और मृतक के बारे में पूछने लगे। इसके बाद सीएमओ के निर्देश पर जिला टीकाकरण अधिकारी के नेतृत्व में जांच कराई गई। जांच में सामने आया कि प्रयागराज के कोंडयारा सीएचसी में मृतक को वैक्सीन लगाई गई है। अब सीएमओ ने प्रयागराज सीएमओ को पत्र लिखकर जांच कराने की सिफारिश की है।
मेडिकल कॉलेज में काम करता है बेटा
मेडिकल कॉलेज के कर्मचारी प्रदीप त्रिपाठी के पिता कमलेश त्रिपाठी पे 3 अप्रैल 2021 को वैक्सीन की पहली डोज लगवाई थी। उन्हें 26 जून को कोरोना की दूसरी डोज लगनी थी, लेकिन इससे पहले ही उनकी 25 अप्रैल 2021 को मौत हो गई। बुधवार को प्रदीप के पास मैसेज आया कि उनके पिता को दूसरी डोज 5 जनवरी को शाम 6:27 बजे लगी है। मैसेज देखकर प्रदीप हैरान रह गए और जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग पहुंच गए।
प्रयागराज सीएमओ को लिखा जा रहा है पत्र
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. रविशंकर का कहना है कि मामला सामने आने पर जांच की गई। तब सामने आया कि मृतक व्यक्ति को प्रयागराज के कोंडयारा में वैक्सीन लगाई गई है। तब आगे की जांच प्रयागराज सीएमओ कार्यालय द्वारा कराई जाएगी। इस संबंध में प्रयागराज सीएमओ को पत्र लिखा जा रहा है।
पहले भी आ चुका है ऐसा ही मामला
झांसी में टीकाकरण में फर्जीवाड़ा का यह पहला केस सामने नहीं आया है। इससे पहले दिसंबर में ईसाईटोला की 75 साल की महिला को भी मरने के आठ माह बाद कोरोना वैक्सीन लगाने का मामला सामना आया था। महिला की 21 अप्रैल को मौत हो चुकी थी।
मरने के आठ दिन पहले उसने वैक्सीन लगवाई थी। नौ दिसंबर को महिला के मोबाइल पर मैसेज आया था कि उसे दूसरी डोज लग गई है। स्वास्थ्य विभाग की जांच में मामला भी सही पाया गया। लेकिन मानवीय भूल मानते हुए सीएमओ ने सभी को माफ कर दिया था।
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