झांसी के मडोरा गांव में शुक्रवार को लापता युवक का शव एक पेड़ से लटका मिला। उसके छोटे भाई की पत्नी की दो दिन पहले ग्वालियर में मौत हो गई थी। वहां ससुराल वालों ने दोनों भाइयों के साथ मारपीट की थी। तब से युवक लापता था। अब परिजनों ने हत्या करने की आशंका जताई है। हालांकि पुलिस ने फांसी लगाकर सुसाइड करने की बात कही है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
सीमेंट फैक्ट्री में था सुपरवाइजर
मरोडा गांव निवासी प्रदीप कुमार (26) एक सीमेंट फैक्ट्री में सुपरवाइजर था। उसके छोटे भाई लोकेंद्र की पत्नी नेहा करीब दो साल से गंभीर बीमारी से ग्रसित थी। प्रदीप के चाचा अशोक कुमार का कहना है कि तबीयत बिगड़ने पर नेहा को ग्वालियर में भर्ती करवाया था।
जहां बुधवार को उसकी मौत हो गई थी। नेहा का मायका ग्वालियर में ही है। मौत के बाद मायके के लोग विवाद करने लगे। विवाद बढ़ने पर आपस में मारपीट हो गई। तब प्रदीप और लोकेंद्र को भागना पड़ा।
मारपीट के बाद से लापता था प्रदीप
चाचा का कहना है कि मारपीट के बाद 100 नंबर पर कॉल करके पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पोस्टमार्टम की कार्रवाई हुई। लेकिन प्रदीप तभी से लापता हो गया। इसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट पड़ाव थाने में दी थी।
परिजन नेहा का शव लेकर आ गए और अंतिम संस्कार कर दिया। शुक्रवार को मुंडन हो रहा था। तभी गांव के कुछ मजदूर फैक्ट्री की ओर जा रहे थे। रास्ते में महुआ के पेड़ पर प्रदीप का शव लटका देखकर परिजनों को सूचना दी गई।
चाचा का आरोप है कि प्रदीप दो दिन से लापता था। प्रदीप की हत्या कर शव लटकाया गया है। प्रदीप के पिता चंदन सिंह ने भी करीब 8 साल पहले आत्महत्या की थी। मृतक राष्ट्रीय लोक दल के प्रदेश सचिव अशोक कुमार निरंजन का भतीजा है। मामले में बड़ागांव थाना प्रभारी का कहना है कि प्रदीप ने फांसी लगाकर सुसाइड किया है। जांच में आगे जो तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
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