आखिरकार असली P पर छापा पड़ गया। 200 करोड़ी पीयूष जैन के घर छापे के बाद बार-बार यह बात आ रही थी कि आयकर अफसरों ने गलती से P के चक्कर में पीयूष के घर छापा मार दिया। जबकि निशाना दूसरे वाले P यानी MLC पुष्पराज जैन पम्पी थे। खैर, 8 दिनों बाद उस गलती को आयकर अफसरों ने ठीक कर लिया। शुक्रवार सुबह 7 बजे आयकर अफसर पम्पी के कन्नौज स्थित घर पहुंच गए। थोड़ी देर में ही खबर आने लगी कि सिर्फ कन्नौज नहीं बल्कि कानपुर, हाथरस, नोएडा और अंबेडकरनगर में भी पम्पी की फैक्ट्री और ऑफिसेज में छापेमारी हुई है। पम्पी ने 2022 के लिए 22 फूलों से बना समाजवादी इत्र लॉन्च किया था। वह अखिलेश के बेहद करीबी माने जाते हैं।
सिर्फ पम्पी जैन के यहां नहीं बल्कि IT ने यूपी में 50 से ज्यादा ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। इसे यूपी की सबसे बड़ी कार्रवाई बताई जा रही है। इन 50 में से 6-7 ठिकाने पम्पी जैन के हैं। जैन के लखनऊ, कन्नौज, कानपुर, नोएडा और हाथरस के ठिकानों पर सुबह से सर्चिंग चल रही है।
पम्पी जैन के अलावा कन्नौज के ही इत्र कारोबारी मोहम्मद याकूब मलिक के भाई मोहसिन के घर IT पहुंची है। इनकी भी सपा से नजदीकियां बताई जा रही हैं। लखनऊ में हजरतगंज स्थित मोहसिन की कोठी पर 6-7 अफसरों की टीम सर्चिंग कर रही है। इसके अलावा जिन कारोबारियों के यहां छापे पड़े हैं, उनमें ज्यादातर गुटखा और इत्र कारोबार से जुड़े हुए हैं।
20 कारोबारियों ने अपने ऑफिस नहीं खोले
इत्र कारोबारयों के यहां रेड के बाद लगभग 20 कारोबारियों ने अपने ऑफिस नही खोले। बता दें कि कानपुर में महावीर जैन के आनंदपुरी स्थित घर पर इनकम टैक्स की रेड चल रही है। आनंदपुरी निवासी कारोबारी अनूप जैन समेत एक्सप्रेस-वे रोड, स्वरूप नगर और आर्य नगर में सर्चिंग चल रही है। एक्सप्रेस-वे, नयागंज, घंटाघर और बिरहा रोड स्थित कारोबारियों के कार्यालय आज बंद हैं।
पड़ोसियों के मुताबिक, पुष्पराज घर में ही हैं। टीम ने जिस घर पर रेड डाली है, यहां उनका भाई अतुल जैन अपनी फैमिली के साथ रहता है। पुष्पराज की फैमिली मुंबई में रहती है। इनकी कोई संतान नहीं है। कन्नौज में उसके दो घर हैं। बता दें, पीयूष जैन का घर भी इसी छिपट्टी मोहल्ले में है, जो पुष्पराज के घर से महज 100 मीटर दूर है।
6 दिन पहले भास्कर से कहा था- पीयूष जैन तो भाजपा समर्थक
पुष्पराज ने ने 6 दिन पहले भास्कर ने उनसे बातचीत की थी। उसने कहा था कि पीयूष जैन हमारे रिश्तेदार नहीं हैं और न ही उनसे कोई संबंध है। केवल जैन हैं। हमें और समाजवादी पार्टी को बदनाम किया जा रहा है। वह तो भाजपा समर्थक है। (इंटरव्यू के अहम अंश पढ़ने के लिए क्लिक करें...)
आज कन्नौज में ही होनी थी अखिलेश से मुलाकात
अखिलेश यादव आज कन्नौज के दौरे पर पहुंचे। उन्हें यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की और भाजपा सरकार को घेरा। कहा कि चुनाव से पहले IT के छापे पड़ेंगे, यह बात मैंने पहले ही बता दी थी। बताया जा रहा है कि यहां पुष्पराज को भी आना था। लेकिन वे नहीं पहुंचे।
पीयूष पर छापे के बाद मुंबई चला गया था पुष्पराज
पुष्पराज जैन के नजदीकियों ने बताया कि जिस दिन कानपुर में पीयूष जैन के यहां छापा पड़ा था। उसके अगले दिन ही पुष्पराज जैन मुंबई रवाना हो गया था। क्योंकि, उसे पूरी शंका थी कि उसके यहां भी आईटी की टीम पहुंच सकती है। बताया जा रहा है कि मुंबई में वह अपने चार्टर्ड एकाउंटेंट से मिला है।
चर्चा इस बात की भी है कि उसने अपने जरूरी कागजों और नगदी को व्यवस्थित भी किया है। आयकर टीम को पुष्पराज के घर ही छापा मारना था। लेकिन पी-कोडवर्ड के चलते आयकर अफसरों से गलती हुई और पीयूष जैन उसके शिकंजे में आ गया।
12 देशों में पुष्पराज का कारोबार, 47 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति
पुष्पराज जैन को 2016 में इटावा-फर्रुखाबाद से सपा एमएलसी चुना गया था। वह प्रगति अरोमा ऑयल डिस्टिलर्स प्राइवेट लिमिटेड के सहमालिक हैं। उनके पिता सवैललाल जैन ने 1950 में इस बिजनेस की शुरुआत की थी। पुष्पराज का इत्र का बड़ा कारोबार 12 से ज्यादा देशों में फैला है।
2016 में उनके चुनावी हलफनामे के अनुसार, पुष्पराज और उनके परिवार के पास 37.15 करोड़ रुपए की चल संपत्ति और 10.10 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति है। उनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। कन्नौज के कॉलेज में ही 12 तक पढ़ाई की है।
23 दिसंबर को पीयूष पर आयकर विभाग ने की थी छापेमारी
23 दिसंबर को पीयूष के ठिकानों पर छापा पड़ा। इसके बाद सपा का इत्र बनाने वाले पुष्पराज जैन पम्पी का नाम भी सामने आने लगा। कयास लगाए जा रहे हैं कि 8 दिन बाद पुष्पराज जैन के घर छापे में कुछ खास बरामदगी नहीं हो सकती है। क्योंकि इन दिनों में कोई भी अपनी संपत्ति को ठिकाने लगा सकता है।
सपा और भाजपा में वार-पलटवार
पीयूष जैन के यहां छापेमारी के बाद भाजपा ने उन्हें सपा का बताया तो सपा ने भाजपा से नाता जोड़कर बताया। छापेमारी के बीच 28 दिसंबर को पीएम मोदी कानपुर में ही थे। यहां उन्होंने सपा पर निशाना साधा। बोले- जिन्होंने यूपी में भ्रष्टाचार का इत्र छिड़का था, आज वह सभी के सामने हैं। अब वे लोग क्रेडिट लेने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। थोड़ी ही देर में इस पर अखिलेश का पलटवार आया। उन्नाव से अखिलेश यादव ने कहा- BJP का असली निशाना पुष्पराज जैन थे। हमारे एमएलसी पुष्पराज जैन ने समाजवादी पार्टी नाम से इत्र बनाया था। BJP ने अपने पीयूष जैन के घर छापा पड़वाया।
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