बीते चार-पांच दिनों से चल रही सर्द हवाओं एवं पछुआ हवाओं के कारण तापमान में भारी गिरावट आई है। इंसान ही नहीं बल्कि,पशु, पक्षी भी बेहाल हो गए हैं। ठंड से सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। रात में तापमान करीब 2.5 डिग्री तक पहुंच जाता है। मौसम में तेज ठंड का अहसास होने लगता है। इसके चलते गोशालाओं में भी मवेशियों के लिए आफत बनी हुई है। रात में होने वाली ठंड को देखते हुए ग्रामीण इलाकों के पशुपालक अपने पालतू पशुओं को सर्दी से बचाव के लिए 10 दिनों से अंदर बांध रहे हैं। कानपुर देहात के डेरापुर तहसील की झींझक क्षेत्र में बनी कान्हा गोशाला में शीतलहर को ध्यान में रखते हुए गोशाला संचालक ने गायों के लिए अलाव के इंतजाम किए हैं, जिससे बेजुबानों को सर्दी में राहत मिल सके।
अलाव बने एकमात्र सहारा
इस समय ठंडी हवाओं के चलने से सर्दी ने अपना प्रचण्ड रूप दिखाना शुरू कर दिया। मौसम विभाग की माने तो अभी यह ठंड कुछ दिन और रहने वाली है। बर्फबारी और मैदानी इलाकों में चल रही ठंड हवाएं इसका बड़ा कारण है । भीषण सर्दी में लोग अपने घरों में ही दुबक कर रह गए। गोशाला में मवेशियों को सर्दी से निजात दिलाने के लिए अलाव जलवाए हैं। जिसके चलते डेरापुर तहसील की झींझक नगर पालिका में बनी कान्हा गौशाला संचालक ने मवेशियों को ठंड में राहत देने के लिए अलाव जलवाए हैं।
मौजूदा समय में इस गोशाला में 201 गोवंश
जिलाधिकारी के निर्देश पर गौशाला में अलाव के इंतजाम किए गए हैं, जिससे गौवंशो को सर्दी में थोड़ी राहत जरूर मिलेगी। क्या बोले संबंधित कर्मचारी जब हमने इस विषय को लेकर वहां पर संबंधित कर्मचारी से बात की तो उन्होंने बताया कि पिछले चार-पांच दिनों से हो रही है। कड़ाके की ठंड के बाद झींझक नगर पालिका में बनी कान्हा गोशाला ने गोवंशों को ठंड से बचाने के लिए समय-समय पर अलाव की व्यवस्था की जा रही है साथ ही उन्हें खाने-पीने में भी गर्म चीजें दी जा रही है।
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