कानपुर देहात में पराली जलाने की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए जिलाधिकारी नेहा जैन के निर्देश पर जिला प्रशासन ने एक नई पहल की शुरुआत करी थी। इसके तहत किसानों को 2 ट्रॉली पराली के बदले एक ट्रॉली गोबर की खाद दिया जाने की योजना बनाई गई थी।
इसके चलते जिलाधिकारी नेहा जैन ने कलेक्ट्रेट परिसर से पराली दान करने को पहुंचे किसानों के ट्रैक्टर को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया गया। इस गौशालाओं को पराली दान करने वाले कृषकों को दो ट्राली पराली देने पर एक ट्राली गोबर की खाद भी उपलब्ध करवाई गई।
न पराली जलाएं और न ही जलाने दें
जिलाधिकारी नेहा जैन ने मौके पर मौजूद किसानों से अपील की कि वे न तो स्वयं पराली जलाये और न ही अन्य किसी व्यक्ति को पराली जलाने दे।उनके द्वारा बताया गया कि पराली जलाने से जंहा एक ओर मृदा स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पडता है वही दूसरी ओर पर्यावरण भी प्रदूषित होता है। पराली जलाने से भूमि मे रहने वाले मित्र कीट जेसे केंचुए आदि भी नष्ट हो जाते है। जनपद के प्रगतिशील कृषकों से पराली को जलाने के स्थान पर निराश्रित गोवंश स्थलों पर दान करने अथवा कृषि विभाग द्वारा निशुल्क वितरित वेस्ट डीकम्पोजर का उपयोग कर जैविक उर्वरक के प्रयोग करने की अपील की गयी।
इन किसानों ने दिया दान
कृषि विभाग द्वारा किसानों को पराली जलाने के स्थान पर निराश्रित गोवंश स्थलों पर दान करने की अपील पर प्रगतिशील कृषक एवं ग्राम प्रधान कुलदीप पाण्डेय ने दो ट्राली पराली नरिहा गौशाला को और प्रगतिशील कृषक बृजगोपाल यादव ने दो ट्राली पराली कान्हा नदी गौशाला नबीपुर को दान किया है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.