पुलिस थाना चलाने की जिम्मेदारी थाना प्रभारी की होती है और थाना प्रभारी अपने थाना क्षेत्र में होने वाली हर घटना के लिए जिम्मेदार माना जाता है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा कानपुर में पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू होने के बाद थाना स्तर पर जिम्मेदारियों को बांटते हुए जिम्मेदारी तय किए जाने का काम हो रहा है। थाना प्रभारी के अतिरिक्त थाने में पांच अन्य प्रभारियों की भी नियुक्ति की गई है, जिससे जवाबदेही को सुनिश्चित कराया जा सके और जनता को न्याय दिलाने की भरसक कोशिश भी।
पुलिस प्रणाली में बदलाव जरूरी...
कानपुर महानगर में पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू होने के बाद बदलाव का दौर जारी है। तमाम बदलाव के बीच पुलिस आयुक्त प्रणाली जमीनी स्तर तक दिखाई दे और इसकी भनक भी बरकरार रहे, इसके लिए थानों को और जिम्मेदार एवं जवाबदेह बनाया जा रहा है। अभी तक थानों में थाना प्रभारी अपने थाना क्षेत्र के अंतर्गत होने वाली किसी भी बड़ी या छोटी घटना के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार माने जाते रहे हैं। लेकिन कानपुर महानगर में अब थाना प्रभारी के अतिरिक्त अन्य प्रभारियों की भी जिम्मेदारी बढ़ा दी गई है। इन सभी के बीच काम का बंटवारा करते हुए व्यवस्था को पारदर्शी बनाने और पीड़ित को जल्द से जल्द न्याय दिलाने की भरसक कोशिश की जा रही है।
मसलन कानपुर कमिश्नर ई में आने वाले 34 थानों में काम का बंटवारा कुछ इस तरह किया गया है थाना प्रभारी के अतिरिक्त अतिरिक्त
1. प्रभारी निरीक्षक की तैनाती की गई है जिस पर विवेचना ओं का परीक्षण सीसीटीएनएस माल खाना न्यायालय पैरवी जमानत विरोध आदि रिपोर्ट संबंध वारंट तामील आ हाई कोर्ट सुप्रीम कोर्ट प्रकरण साइबर अपराध पर कार्यवाही विवेचना शाखा में नियुक्त निवेशकों का पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी होगी।
2. वरिष्ठ उप निरीक्षक मानव संसाधन प्रबंधन विवेचन आवे और अन्य बजट के अनुसार करें वेतन यात्रा भत्ता चिकित्सा प्रतिपूर्ति अन्य भत्ते राजकीय संपत्ति का रखरखाव अनुरक्षण गति जाट निर्धारण शिफ्ट परिवर्तन व ब्रीफिंग मोटर परिवहन अधिकारी भवन रखरखाव स्टेशनरी की जिम्मेदारी निभाएंगे।
3. उप निरीक्षक-नागरिक सेवाएं जैसे सामुदायिक पुलिसिंग, सिविल डिफेन्स, विशेष पुलिस, पासपोर्ट वेरिफिकेशन पीवीआर जैसे कामों का भार यह पद संभालेगा।
4. उप निरीक्षक-टेक्निकल कामों का कार्यभार संभालेंगे। जैसे कंप्यूटर आईटी उपकरण का प्रबंधन, नेटवर्किंग करना, सर्विलांस सहयोग, सीडीआर एनालिसिस करना, नई टेक्नोलॉजी-टूल का प्रयोग करना, गूगल फॉर्म आदि जैसे काम करना।
5. उप निरीक्षक-महिला सुरक्षा। यह पद महिला अपराध, मिशन शक्ति कार्यवाही, एंटी रोमियो स्क्वाड, महिला रिसेप्शन, डोमेस्टिक वोइलेंस और बाल कल्याण अधिकारी जैसे
6. उप निरीक्षक- चौकी प्रभारी।
थाने के कामों की प्रॉपर मॉनिटरिंग की जाएगी...
इसके अलावा थानों में काम बेहतर हो और हर काम की प्रॉपर मॉनिटरिंग की जाएगी। इसके तहत सिर्फ एसएचओ ही हर काम के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे बल्कि उनके काम को एसएसआई, एसआई और अन्य में बांट दिया जाएंगे।
दो दिनों का ट्रेनिंग प्रोग्राम भी चलाया जा चुका है...
इस कार्य के संबंध में अभी हाल ही में दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर पुलिस लाइन में आयोजित किया गया था। इसमें प्रभारी निरीक्षक एसएसआई, सहायक प्रभारी निरीक्षक, उपनिरीक्षक नागरिक सेवा, उपनिरीक्षक तकनीकी, उप निरीक्षक महिला सुरक्षा का दायित्व जैसे विषयों पर अपर पुलिस आयुक्त, पुलिस उपायुक्त अपराध, अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय पुलिस उपायुक्त दक्षिण इन विषयों पर जानकारी दी गई थी।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.