शहर के व्यापार मंडल के पदाधिकारियों की मंगलवार शाम लोकल ट्रक एसोसिएशन, सीमेंट, फर्टिलाइजर ,नमक आदि के व्यापारियों ले साथ कोपरगंज के यूनियन कार्यालय में एक बैठक हुई। इस बैठक में व्यापारियों और ट्रांसपोर्टरों ने बताया कि सीमेंट, नमक, फर्टीलाइजर, सोडा और गेहूं आदि की रैक का पूरा माल न उठने से रेलवे के डैमरेज और वारफेज शुल्क लगने से तीन लाख रु प्रति दिन नुकसान हो रहा है। पहले हुई बैठक में तय हुआ था कि ट्रैफिक पुलिस रोजाना 100 पास उपलब्ध कराएगी, लेकिन जिस संख्या में पास जारी किये जा रहे उससे हम व्यापारियों का काफी नुकसान हो रहा है। इस समस्या के बारे में डीसीपी यातायात व पुलिस आयुक्त को अवगत कराया था लेकिन अभी तक कुछ नहीं हो पाया है।
ट्रक पासों की संख्या बहुत कम होने से रोजाना लाखों का नुकसान
भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश महामंत्री ज्ञानेश मिश्रा ने बताया कि, पहले सीपीसी रेलवे गोदाम में ट्रैफिक पुलिस से जारी ट्रकों के 600 पास से माल की अनलोडिंग-लोडिंग हो रही थी जिसमे से ट्रांसपोर्टरों ने स्वयं घटाकर 300 पास की लिस्ट दी थी। जिसमें केवल 200 पास बनाए गए। जिस वजह से पहले प्रातः 11 से दोपहर 1 बजे व दोपहर 2 से 5 बजे तक 5 घंटे में 500 ट्रक निकल रहे थे जो अब घटकर 200 पास बनने से केवल 250 ट्रक निकल पा रहे है। जिस वजह गोदाम में माल बच जाने की वजह से व्यापारियों को प्रति दिन लाखों का नुकसान हो रहा है। इसलिए पास जारी करने की संख्या में 100 पास और बढ़ाए जाने चाहिए तब जाकर स्थितियां सामान्य हो सकती है।
मजदूरों को काम नहीं मिल रहा
लोकल ट्रक सर्विस यूनियन के महामंत्री अब्दुल वाहिद व उपाध्यक्ष विनोद त्रिपाठी ने बताया कि, सीपीसी रेलवे गोदाम कोपरगंज में मज़दूरों को पूरा काम नही मिल रहा है इसलिए मजदूर भी रेलवे गोदाम छोड़ने को कह रहे है। अगर मजदूर चले गए तो काम ठप्प हो जाएगा और रेलवे गोदाम बंद होने की स्थिति में आ जाएगा और निश्चित रूप से महंगाई भी बढ़ेगी।
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